डेस्क : अमेरिका की नई सरकार ने इस बात के स्पष्ट संकेत दे दिए हैं कि हाल के वर्षों में भारत के साथ रक्षा सहयोग को बेहतर करने के लिए जो कदम उठाए गए हैं, उन्हें आने वाले दिनों में और प्रगाढ़ किया जाएगा। राष्ट्रपति जो बाइडन की तरफ से नामित अमेरिका के नए रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने नए प्रशासन के संभालने के ठीक एक दिन पहले इसके संकेत दिए। वह सीनेट के सदस्यों के समक्ष एक सुनवाई में अमेरिकी सरकार की नई रक्षा नीति के बारे में बता रहे थे।
भारत के साथ अमेरिका के रक्षा संबंधों के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में ऑस्टिन ने कहा कि, मोटे तौर पर भारत के साथ रक्षा संबंधों को और मजबूत किया जाएगा। भारत को प्रमुख रक्षा साझेदार के दर्जे को और मजबूत किया जाएगा। दोनों देशों के मौजूदा रक्षा साझेदारी को लेकर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उनके साथ साझा हितों के संदर्भ में और सहयोग किया जाए। साथ ही क्वाड सिक्यूरिटी डायलॉग के तहत रक्षा सहयोग को और गहरा किया जाएगा।
पाकिस्तान को लेकर ऑस्टिन ने अमेरिका की मौजूदा नीतियों में किसी बड़े बदलाव का कोई संकेत नहीं दिया, लेकिन यह निश्चित तौर पर कहा कि कुछ चयनित क्षेत्रों में पाकिस्तानी सेना के साथ अमेरिकी सेना के सहयोग को बढ़ाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिकी प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि पाकिस्तान की जमीन का इस्तेमाल किसी दूसरे देश के खिलाफ आतंकी गतिविधियों के नहीं किया जाए।
जो बाइडन ने अमेरिका के 46 वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में पद ग्रहण करने पर जो बाइडन को मेरी हार्दिक बधाई। मैं भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए उनके साथ काम करने के लिए तत्पर हूं।