नई दिल्ली : देश के बड़े बिजनेस घराने टाटा संस ने अपने चेयरमैन साइरस मिस्त्री को हटा दिया है. रतन टाटा की बतौर अंतरिम चेयरमैन वापसी हुई है. टाटा संस, टाटा समूह की कंपनियों की होल्डिंग कंपनी है. ये कंपनियां नमक से लेकर सॉफ्टवेयर तक बनाती हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सायरस मिस्त्रीन ने इस फैसले के खिलाफ कोर्ट जाने का फैसला किया है. मिस्त्री बॉम्बेि हाई कोर्ट में टाटा सन्से के इस फैसले को चुनौती देंगे. वहीं सूत्रों के मुताबिक टाटा ग्रुप ने भी इस मामले में कोर्ट जाने का फैसला किया है. इस बाबत ग्रुप ने कई वरिषठ वकीलों से बातचीत की है.
आज सबकी नजरें शेयर बाजार पर भी लगी हैं जहां टाटा की कंपनियों के शेयरों में भारी उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है. करीब चार साल बाद साइरस मिस्त्री बतौर चेयमरैन टाटा संस से विदा हो रहे हैं. कल शेयर बाजार बंद होने के बाद टाटा संस की ओर एक बयान जारी कर कहा गया, ‘’टाटा संस ने साइरस पी मिस्त्री की चेयरमैन पद से हटाने का फैसला किया है, ये फैसला निदेशक बोर्ड की बैठक में लिया गया.’’
बोर्ड ने रतन टाटा को टाटा संस का अंतरिम चेयरमैन नामित किया है. बोर्ड ने नया चेयरमैन खोजने के लिए एक चयन समिति बनाई है. समिति में रतन टाटा के अलावा, वेणु श्रीनिवासन, अमित चंद्रा, रोनेन सेन और लॉर्ड कुमार भट्टाचार्य होंगे. समिति को चार महीने में अपना काम पूरा करना होगा.
हालांकि बयान में मिस्त्री को हटाए जाने की कोई वजह नहीं बतायी गयी. लेकिन समझा जाता है कि रतन टाटा के बाद मिस्त्री जैसे युवा व्यक्ति को नेतृत्व सौंपे जाने के बाद कंपनी के कामकाज में जिस रफ्तार की उम्मीद थी, वो पूरी नहीं हुई.
साथ ही ये भी माना जा रहा है कि यूरोप में समूह का इस्पात कारोबार से हटना भी खल रहा था, वहीं इस कारोबार से हटने को लेकर अभी तक सौदा पूरा नहीं हुआ. दूसरी ओऱ भारत में भी समूह की अग्रणी कंपनी टाटा स्टील का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है.
बता दें कि टाटा संस, टाटा समूह की करीब 100 कंपनियों की प्रमोटर और शेयर होल्डिंग कंपनी है. इन कंपनो में टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज यानी टीसीएस भी शामिल हैं. समूह की 29 कंपनियों के शेयरों का कारोबार स्टॉक एक्सचेंज पर होता है.
8 अक्टूबर के आंकड़ों के मुताबिक, इन कंपनियों के शेयरों की कुल बाजार कीमत 8 लाख 36 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा थी. समूह की कंपनियों में 6 लाख 60 हजार से भी ज्यादा लोगों को रोजगार मिला हुआ है.
टाटा संस की 66 फीसदी हिस्सेदार तीन फिलैंथ्रॉपिक ट्रस्ट के पास है. इन ट्रस्ट्र को टाटा परिवार के सदस्य चलाते हैं. बाकी बचे शेयरों में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी शापूरजीच पालोनजी मिस्त्री के पास है. साइरस मिस्त्री शापूर पालोनजी मिस्त्री के बेटै हैं. खबर हैं कि शापूरजी पालोनजी मिस्त्री समूह साइरस को हटाये जाने को सही नहीं मानता और वो इसे चुनौती देने की तैयारी में है. 48 साल के हो चुके साइरस मिस्त्री की पढ़ाई लिखाई लंदन में हुई. फिलहाल, मिस्त्री के अलावा समूह में और कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है.