नई दिल्ली : टाटा समूह से एक चौंकाने वाली खबर आयी है। खबर के मुताबिक सायरस मिस्त्री को टाटा संस के चेयरमैन पद से हटा दिया गया है। इस फैसले के बाद रतन टाटा को 4 महीने के लिए टाटा ग्रुप का अंतरिम चेयरमैन बनाया गया है।
खबर के मुताबिक टाटा समूह के नए चेयरमैन की तलाश सेलेक्शन पैनल करेगा और नए चेयरमैन के आने तक रतन टाटा को अस्थाई पद पर नियुक्त किया गया है।
उल्लेखनीय है कि सायरस मिस्त्री को करीब 4 वर्ष पहले टाटा ग्रुप के चेयरमैन पद पर नियुक्त किया गया था। 29 दिसंबर 2012 को सायरस मिस्त्री ने रतन टाटा की जगह टाटा समूह के चेयरमैन का पद संभाला था।
फिलवक्त सायरस मिस्त्री को टाटा संस के चेयरमैन पद से हटाने के कारण का खुलासा नहीं किया गया है। सायरस मिस्त्री टाटा ग्रुप के छठे अध्यक्ष थे।
मिली जानकारी के मुताबिक सेलेक्शन कमिटी 4 महीने में नया चेयरमैन नियुक्त करेगी और इस कमिटी में रतन टाटा के अलावा वेणु श्रीनिवासन, अमित चंद्रा, रोनेन सेन और कुमार भट्टाचार्य शामिल है।
टाटा संस के पदाधिकारियों के सेलेक्शन नियमों के मुताबिक कमेटी को 4 महीने के अंदर नए चेयरमैन चुनने की प्रक्रिया हर हाल में पूरी करनी है।
बताया जाता है कि टाटा स्टील की स्थिति बहुत खराब चल रही है और इसके साथ टाटा समूह की बाकी कंपनियों के हालात भी खराब हैं जिसकी वजह से सायरस मिस्त्री को हटाया गया है।
मालूम हो कि जब सायरस को टाटा ग्रुप का चेयरमैन बनाया गया उस समय भी ये काफी चौंकाने वाली खबर थी। वैसे सायरस के काम की तारीफ हुई है लेकिन फ्लैगशिप ब्रांड टाटा स्टील की खस्ता हालत को ही उनके हटाए जाने की वजह माना जा रहा है। इसके साथ ही सायरस के नेतृत्व में टाटा ग्रुप उतनी तेज ग्रोथ नहीं दिखा पाया जितनी उम्मीदें उनसे थीं और इसे ही उनके हटाए जाने की मुख्य वजह बताया जा रहा है।
मालूम हो कि सायरस मिस्त्री 2006 से टाटा संस के डायरेक्टर ग्रुप में शामिल थे और टाटा ग्रुप के चेयरमैन होने के साथ-साथ टाटा की समूह कंपनियों टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, जगुआर लैंडरोवर ऑटोमोटिव, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टाटा पावर कंपनी, द इंडियन होटल कंपनी, टाटा ग्लोबल बेवरेजेस, टाटा कैमिकल्स, टाटा इंडस्ट्रीज और टाटा टेलीसर्विसेज के भी चेयरमैन थे।