नई दिल्ली : ट्रेड वार के चलते घटती मांग के बीच अमेरिका में कच्चे तेल का भंडार बढ़ने से बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम में पांच फीसदी गिरावट आई, जबकि घरेलू वायदा बाजार में छह फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। कच्चे तेल का दाम सात महीने के निचले स्तर पर आ गया है, जिसके बाद भारत में उपभोक्ताओं को पेट्रोल और डीजल के दाम में आगे और राहत मिल सकती है।
बेंच मार्क ब्रेंड क्रूड का भाव अप्रैल के बाद 19 डॉलर प्रति बैरल तक टूट चुका है। ब्रेंट क्रूड 25 अप्रैल, 2019 को 75.60 डॉलर प्रति बैरल तक चला गया था, जोकि इस साल का सबसे ऊंचा स्तर है।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर बुधवार रात 21.08 बजे कच्चे तेल के अगस्त अनुबंध में 231 रुपये यानी 5.99 फीसदी की गिरावट के साथ 3,627 रुपये प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।
वहीं, अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर ब्रेंट क्रूड के अक्टूबर वायदा अनुबंध में 2.67 डॉलर यानी 4.53 फीसदी की गिरावट के साथ 56.27 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था, जबकि कारोबार के दौरान भाव 56.10 डॉलर प्रति बैरल तक गिरा। इससे पहले तीन जनवरी, 2019 को ब्रेंट क्रूड आईसीई पर 55.95 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ था।
अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) के सितंबर डिलीवरी अनुबंध में 2.90 डॉलर यानी 5.41 फीसदी की गिरावट के साथ 50.73 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था, जबकि कारोबार के दौरान भाव 50.66 डॉलर प्रति बैरल तक फिसला।
अमेरिकी एजेंसी एनर्जी इन्फोरमेशन एडमिनिस्ट्रेशन (ईआईए) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में पिछले सप्ताह कच्चे तेल के भंडार में 23.85 लाख बैरल का इजाफा हुआ।
ऊर्जा विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वार के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था सुस्ती के दौर से गुजर रही है, जिसके कारण तेल की मांग लगातार कमजोर बनी हुई है। इससे कीमतों पर दबाव देखा जा रहा है। इस बीच अमेरिका में तेल का भंडार बढ़ने के कारण कीमतों पर और दबाव बढ़ गया है। कच्चे तेल के दाम में बुधवार को लगातार तीसरे दिन कमजोरी बनी रही।
कच्चे तेल में नरमी से पिछले कुछ दिनों से देश में पेट्रोल और डीजल के दाम में गिरावट आने से देश में उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है। पिछले महीने के मुकाबले इस महीने में अब तक ब्रेंट क्रूड के दाम में नौ डॉलर प्रति बैरल की गिरावट आ चुकी है, जिससे आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल के दाम में और राहत मिल सकती है।