नई दिल्ली : एक तरफ दिल्ली पुलिस महिलाओं की सुरक्षा के तमाम दावें कर रही है, वहीं दूसरी तरफ महिलाओं के खिलाफ अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे. एनसीआरबी(राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो) के आकड़े हैरान करने वाले हैं. जिसने पुलिस के हर दांवो की पोल खोल कर रख दी है. एनसीआरबी की रिर्पोट के मुताबिक केंद्र शासित प्रदेशों में दिल्ली महिलाओं के खिलाफ हुए अपराधों में सबसे ऊपर है.
साल 2015 में देशभर में बलात्कार के 34 हजार 500 से अधिक मामले सामने आए है. जिनमें, 33 हजार 098 मामलों में अपराधी, पीड़ितों के परिचित थे. राज्यों में मध्य प्रदेश और केन्द्र शासित प्रदेशों में दिल्ली सबसे ऊँचे पायदान पर है. राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो ने मंगलवार को जो आंकड़े जारी किये हैं.
उनके मुताबिक भारत में 2015 में बलात्कार के कुल 34 हजार 651, हत्या के 32 हजार 127, अपहरण के 82 हजार 999 और लूट के 36 हजार 188 मामले दर्ज किए गए. रेप के मामले में मध्य प्रदेश और दिल्ली टॉप पर हैं. एमपी में 4 हजार 391 रेप की घटनाएं सामने आईं तो दिल्ली में रेप 2 हजार 199 मामले दर्ज किए गए है.
एनसीआरबी आंकड़ों के अनुसार महिलाओं के साथ करीब 3 लाख से अधिक अपराध हुआ. उत्तर प्रदेश में रेप के 3 हजार 025 मामले दर्ज हुए. बलात्कार के मामलों में महाराष्ट्र में इस तरह की 4 हजार 144 घटनाएं हुईं, जबकि राजस्थान में कुल 3 हजार 644 बलात्कार के मामले दर्ज किए गए.
वहीं ओडि़शा में 2 हजार 251, असम में 1 हजार 733, छत्तीसगढ़ में 1 हजार 560, केरल में 1 हजार 256, पश्चिम बंगाल में 1 हजार 199, हरियाणा में 1 हजार 070 और बिहार में 1 हजार 041 बलात्कार के मामले दर्ज किए गए. अपराध के मामले में यूपी टॉप पर है, जहां 2015 में 4 हजार 732 मर्डर हुए. बिहार 3 हजार 178 के साथ दूसरे और महाराष्ट्र 2 हजार 509 के साथ तीसरे नंबर पर है.
अपहरण के मामलो में यूपी नंबर एक पर है जहाँ 11 हजार 999 मामले सामने हैं तो वहीं महाराष्ट्र 8 हजार 255 के साथ दूसरे और बिहार 7 हजार 128 के साथ तीसरे नंबर पर है. मध्यप्रदेश में 6 हजार 778 और वेस्ट बंगाल में 6 हजार 115 मामले हैं. लूट में महाराष्ट्र सबसे ज्यादा केस दर्ज हुए 8 हजार 561, जब की दूसरे नंबर पर दिल्ली है जहां 7 हजार 407 मामले दर्ज किए.