नई दिल्ली : कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में बलूचिस्तान का उल्लेख करने को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की टिप्पणी से स्वयं को अलग कर लिया है. कांग्रेस ने कहा कि यह ‘उनका निजी विचार’ है. इसका पार्टी-लाइन से कोई मतलब नहीं है.
मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने हालांकि सरकार से कहा कि वह बलूचिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कथित अत्याचारों का मुद्दा पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय के अलावा अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी उठाये. कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस सलमान खुर्शीद के बयान से सहमत नहीं है जो कि एक वरिष्ठ नेता हैं. उनके अपने विचार हो सकते हैं.’
सुरजेवाल ने कहा कि हमारे विचार बहुत बहुत स्पष्ट हैं. कांग्रेस पार्टी मानती है कि बलूचिस्तान में गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन हैं और लोकतांत्रिक असहमति की आवाज को पाकिस्तानी ताकतों और एजेंसियों द्वारा दबाया जा रहा है. इसी तरह से मानवाधिकार उल्लंघन पाकिस्तान के सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भी किये जा रहे हैं जो कि भारत का अभिन्न हिस्सा है.
उन्होंने कहा कि ऐसे सभी मुद्दों को उठाने और सुलझाने की जरूरत है. हम सरकार का समर्थन करते हैं. हालांकि मोदी इन मुद्दों को पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय मंच उठाने के लिए क्या करेंगे जिससे बलूचिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में लोकतांत्रित असहमति का दमन समाप्त हो. वह और उनकी सरकार इन मुद्दों को अंतररराष्ट्रीय मंचों पर उठाने के बारे में क्या करेगी.’
उन्होंने कहा कि पीओके की शब्दावली का मतलब है कि वह क्षेत्र भारत का एक अभिन्न हिस्सा है. कश्मीर में भारत का विलय एक ऐसा मुद्दा है जिसका दशकों पहले हल हो गया था. सुरजेवाला ने कहा कि पाकिस्तान ने हमला किया और एक हिस्से पर कब्जा कर लिया जो भारत का अभिन्न हिस्सा था.
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे का समाधान होना चाहिए और इसे भारत के पक्ष में ही सुलझाया जा सकता है. कांग्रेस नेता ने कश्मीर में अशांति के लिए पीडीपी-भाजपा सरकार की आलोचना की. उन्होंने कहा कि पीडीपी-बीजेपी सरकार की ‘असंतुलित नीतियां और सत्ता की अंध लालसा’ कश्मीर में स्थिति के लिए जिम्मेदार है.
गौरतलब है कि कल स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में लाल किले से पीएम मोदी ने बलूचिस्तान-गिलगित का मुद्दा उठाया था. इसके बाद बलूच नेताओं ने इसका स्वागत भी किया था. खुर्शीद ने कहा था कि बलूचिस्तान पाक का हिस्सा है. पीएम मोदी को इस पर बयान नहीं देना चाहिए था. हमें बलूचिस्तान के मामले में दखल नहीं देना चाहिए.