नई दिल्ली : कांग्रेस ने मोदी सरकार पैंतालीस हज़ार करोड़ का टेलिकॉम घोटाला छिपाने का आरोप लगाया है. कांग्रेस का दावा है कि कैग रिपोर्ट से सामने आए घोटाले को प्रधानमंत्री मोदी के इशारे पर दबाया जा रहा है. इसके जवाब में सरकार ने कहा कि ये मामला मनमोहन सिंह के कार्यकाल का है, जिसमें किसी को बख्शा नहीं जाएगा.
कांग्रेस का दावा है कि टेलिकॉम घोटाले का खुलासा सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हुए सीएजी के ऑडिट में हुआ है, जिसकी रिपोर्ट मार्च 2016 में दी गई है. इस रिपोर्ट के मुताबिक 6 मोबाइल कंपनियों भारती, वोडाफोन, रिलायंस, आइडिया, एयरसेल और टाटा ने अपना मुनाफा करीब 45 हज़ार करोड़ रुपये कम दिखाया. जिसे देखते हुए कैग ने सरकार से इन कंपनियों से साढ़े बारह हज़ार करोड़ रुपये वसूलने को कहा है. कांग्रेस का आरोप है कि सरकार कंपनियों से ये रकम नहीं वसूल रही.
कांग्रेस का आरोप है कि प्रधानमंत्री मोदी के इशारे पर टेलिकॉम मंत्रालय सीएजी रिपोर्ट में बताई गई रकम की फिर से समीक्षा कर रहा है. इस मामले को दबाना या वसूली जाने वाली रकम को कम करना मकसद है. जबकि कैग के आकलन के खिलाफ मोबाइल कंपनियों की अर्जी को सुप्रीम कोर्ट भी खारिज कर चुका है.
कांग्रेस के इन आरोपों का जवाब हाल ही में टेलिकॉम मंत्रालय से कानून मंत्रालय में गए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दिया है. रविशंकर ने कहा कि ’सीएजी रिपोर्ट के मुताबिक 2006-2009 के बीच मनमोहन सिंह सरकार के दौरान अंडर रिपोर्टिंग की गई थी. रिपोर्ट पीएसी में पेंडिंग है, किसी को बख्शा नहीं जाएगा.