नई दिल्ली : दिसंबर, 2018 तक भारत से लगे पाकिस्ताॉनी सीमा को पूरी तरह सील करने का निर्णय भारत ने ले लिया है। भारत द्वारा लिए गए इस निर्णय को चीन ने तर्कहीन करार दिया है।
चीन के मीडिया एक्सरपर्ट ने भारत द्वारा पाकिस्ताीनी सीमा को सील करने के कदम की निंदा करते हुए कहा कि इससे न केवल शांति प्रयासों में बाधा आएगी और लोगों में नफरत फैलेगा बल्किी भारत-चीन के संबंधों में भी तनाव होगा। भारत ने दिसंबर, 2018 तक पाकिस्तांनी सीमा को सील करने का निर्णय लिया है।
चीनी विशेषज्ञों को दावा है कि उड़ी हमले के पीछे पाकिस्ता न के होने का कोई सबूत नहीं है और ऐसे में भारत ने यह काफी गलत निर्णय ले लिया है और इससे भारत और पाकिस्तािन के संबंध और भी उलझ जाएंगे साथ ही चीन के साथ भी संबंध तनावपूर्ण हो जाएगा। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा था कि दिसंबर 2018 तक 3,323 किमी लंबी सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया जाएगा।
शंघाई सोशल साइंसेज अकेडमी के इंस्टीरट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशन के स्कॉलर हू झियोंगे ने भारत के इस कदम की निंदा करते हुए कहा, भारत बहुत ही तर्कहीन निर्णय ले रहा है। जबकि उड़ी हमले के पीछे पाकिस्तातन के होने का कोई सबूत नहीं है। उन्होंंने कहा कि देश का निर्णय इसके शीत युद्ध वाली मनोदशा को दिखाता है और इससे भारत व पाकिस्तांन अधिकृत कश्मीर में रह रहे लोगों के बीच नफरत पैदा होगी।
हू ने कहा कि पूरी तरह से सील बॉर्डर से दोनों देशों के बीच वार्ता में कमी होगी साथ ही दोनों देशों के बीच व्यापार भी कम हो जाएगा। इस कदम से चीन-पाकिस्ता न-भारत संबंध और भी उलझ जाएंगे। साथ ही दोनों देशों द्वारा किए गए शांति प्रक्रिया भी बाधित होगी।