नई दिल्ली : कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि केंद्र सरकार ने सोमवार को संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द कर देश के सिर के टुकड़े कर दिए हैं, साथ ही जम्मू और कश्मीर के लोगों को राजनीतिक, सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से खत्म कर दिया है।
उन्होंने मोदी सरकार पर वोट हासिल करने के लिए यह कदम उठाने का आरोप लगाया। केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने के बाद आजाद ने यहां संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, सरकार ने न सिर्फ राज्य की शक्तियों का बंटवारा किया है, बल्कि लोगों को भी राजनीतिक, सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से नेस्तनाबूद कर दिया है।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) ने सत्ता के मद में चूर होकर एक बार में अनुच्छेद 370, 35ए को खत्म कर दिया और राज्य का बंटवारा कर दिया। यह देश के इतिहास में काले अक्षरों में लिखा जाएगा।
आजाद ने कहा कि भारत के साथ जम्मू और कश्मीर के मिलने का एक इतिहास है। इस राज्य को देश के साथ जोड़े रखने के लिए कई लोगों ने कुबार्नियां दी हैं, जिसमें राजनेता और कार्यकर्ता, सुरक्षा बलें और आम नागरिक शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 के कारण यह राज्य सांस्कृतिक, सामजिक और राजनीतिक रूप से अलग-अलग होने के बावजूद एक था।
आजाद ने कहा कि सोमवार के इस कदम के बाद राज्य में राज्यपाल नहीं, बल्कि उपराज्यपाल होगा, क्योंकि जम्मू और कश्मीर के टुकड़े कर दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांट दिया गया है।
आजाद ने कहा, किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) सरकार इस हद तक जाएगी कि राज्य के वजूद को ही खत्म कर देगी।
उन्होंने कश्मीर से कन्याकुमारी और गुजरात से सिक्किम तक सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को मिलकर इस फैसले के खिलाफ विरोध करने की अपील की। आजाद ने कहा, हम इस काले कानून के खिलाफ संसद के अंदर और बाहर लड़ाई लड़ेंगे।