नई दिल्ली :नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट में भारतीय सेना के पास हथियारों, खासकर टैंक और अन्य तोपों की भारी कमी के खुलासे को चिंताजनक करार देते हुए कांग्रेस ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की केंद्र सरकार पर रक्षा बलों के प्रति लापरवाही बरतने का आरोप लगाया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने यहां पत्रकारों से कहा, प्रधानमंत्री और उनकी सरकार को निश्चित तौर पर इसका जवाब देना होगा, क्योंकि जब से उनकी सरकार बनी है, वे देश के रक्षा बलों के प्रति लापरवाही बरत रहे हैं।
आनंद शर्मा ने कहा, अब अगर देश तैयार नहीं है, या पूरी तरह तैयार नहीं है और जरूरतें बनी हुई हैं और पिछले तीन वर्षो से हथियारों और उपकरणों की सख्त जरूरत को पूरा नहीं किया गया है, तो निश्चित तौर पर इस सरकार से कहीं न कहीं तो चूक हुई है।
शर्मा शुक्रवार को संसद में पेश की गई सीएजी की रिपोर्ट के संदर्भ में यह आरोप लगा रहे थे, जिसमें कहा गया है कि देश के रक्षा बलों के पास युद्ध की स्थिति में हथियारों के पर्याप्त भंडारण में कोई सुधार नहीं हुआ है। उल्लेखनीय है कि युद्ध की स्थिति में 40 दिन तक इस्तेमाल योग्य हथियारों का भंडारण रखा जाता है।
जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान के साथ और पूर्वोत्तर में चीन के साथ चल रहे सीमा तनाव का उल्लेख करते हुए शर्मा ने कहा, ऐसे समय में जब देश दो दिशाओं में सीमा पर तनाव से जूझ रहा है, सीएजी की रिपोर्ट में हुआ यह खुलासा परेशान करने वाला है।
उन्होंने यह भी कहा कि नियंत्रण रेखा पर और अंतर्राष्ट्रीय सीमा रेखा पर लंबे समय से भारी गोलीबारी जारी है।
शर्मा ने कहा कि सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सेना की वास्तविक जरूरतें पूरी हों।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने यहां पत्रकारों से कहा, प्रधानमंत्री और उनकी सरकार को निश्चित तौर पर इसका जवाब देना होगा, क्योंकि जब से उनकी सरकार बनी है, वे देश के रक्षा बलों के प्रति लापरवाही बरत रहे हैं।
आनंद शर्मा ने कहा, अब अगर देश तैयार नहीं है, या पूरी तरह तैयार नहीं है और जरूरतें बनी हुई हैं और पिछले तीन वर्षो से हथियारों और उपकरणों की सख्त जरूरत को पूरा नहीं किया गया है, तो निश्चित तौर पर इस सरकार से कहीं न कहीं तो चूक हुई है।
शर्मा शुक्रवार को संसद में पेश की गई सीएजी की रिपोर्ट के संदर्भ में यह आरोप लगा रहे थे, जिसमें कहा गया है कि देश के रक्षा बलों के पास युद्ध की स्थिति में हथियारों के पर्याप्त भंडारण में कोई सुधार नहीं हुआ है। उल्लेखनीय है कि युद्ध की स्थिति में 40 दिन तक इस्तेमाल योग्य हथियारों का भंडारण रखा जाता है।
जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान के साथ और पूर्वोत्तर में चीन के साथ चल रहे सीमा तनाव का उल्लेख करते हुए शर्मा ने कहा, ऐसे समय में जब देश दो दिशाओं में सीमा पर तनाव से जूझ रहा है, सीएजी की रिपोर्ट में हुआ यह खुलासा परेशान करने वाला है।
उन्होंने यह भी कहा कि नियंत्रण रेखा पर और अंतर्राष्ट्रीय सीमा रेखा पर लंबे समय से भारी गोलीबारी जारी है।
शर्मा ने कहा कि सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सेना की वास्तविक जरूरतें पूरी हों।