नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में 2017 में होने वाले चुनावों के लिए बीजेपी जीत का रोडमैप तैयार कर रही है. बीजेपी का ये प्लान परिवर्तन यात्रा से शुरू होगा. ये यात्रा यूपी के चार इलाकों से शुरू होकर लखनऊ में प्रधानमंत्री की बड़ी रैली के साथ ख़त्म होगी. इसके लिए पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन यानी 25 दिसंबर चुना गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐशबाग रामलीला में दिया गया भाषण और जय श्री राम का जयघोष इसमें काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है क्योंकि जय श्री राम के ऐसे ही नारे के बाद बीजेपी को पहली बार उत्तर प्रदेश में सत्ता मिली थी. राम के नाम ने बीजेपी का ऐसा काम बनाया कि बीजेपी लगातार सत्ता की सीढ़ियां चढ़ती चली गई, लेकिन गलतियों ने बीजेपी को उत्तर प्रदेश से वनवास भी मिला. 14 साल बाद अब बीजेपी को उम्मीद दिखाई दे रही है कि उत्तर प्रदेश की जनता वनवास ख़त्म कर उसको सत्ता की कुर्सी देगी.
इसके लिए बीजेपी पूरे जतन कर रही है. प्रदेश के चार कोनों के चार शहरों से परिवर्तन यात्रा निकाली जायेगी, जो लखनऊ में ख़त्म होगी. अगले महीने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, कलराज मिश्र और प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्य यूपी में बीजेपी की परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे.
पहली यात्रा 5 नवम्बर को सहारनपुर से लखनऊ के लिए शुरू होगी और दूसरी यात्रा 6 नवम्बर को ललितपुर से लखनऊ के लिए निकलेगी. छठ पूजा को ध्यान में रख कर पूर्वांचल में शुरू होनी वाली इस यात्रा को छठ के बाद शुरू किया जायेगा. तो वहीं तीसरी यात्रा 8 नवम्बर को बलिया से लखनऊ के लिए रवाना होगी और चौथी परिवर्तन यात्रा 9 नवम्बर को
सोनभद्र से शुरू होकर लखनऊ पहुंचेगी.
चारों यात्रा तक़रीबन 50 दिनों तक यूपी के हर जिले से गुज़रेगी. योजना हर ब्लॉक से होकर यात्रा को गुजारने की है. यात्रा में केंद्र सरकार की योजनाओं प्रचार किया जायेगा. खास तौर पर प्रधानमंत्री जन धन योजना, उज्ज्वला योजना और और मुद्रा बैंक जैसी योजनाओं को केंद्र में रखा जायेगा. बीजेपी का मानना है कि इन योजनाओं ने गरीबो को ताकतवर बनाया है और बेहद असर दायक रही है. परिवर्तन यात्रा की ज़िम्मेदारी असम की जीत के सूत्रधार महेंद्र सिंह को दी गयी है.
बीजेपी के इस परिवर्तन यात्रा की शुरुआत शहर के सबसे बड़े मंदिर या श्रद्धा के केंद्र पर पूजन-अर्चन के साथ होगी. सहारनपुर में परिवर्तन यात्रा शाकम्बरी देवी के मंदिर में पूजा अर्चना से होगी तो वहीं ललितपुर में जैन तीर्थंकर के मंदिर में पूजा से आरम्भ होगा. बलिया में मंगल पांडे की मूर्ती पर माल्यार्पण कर परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाई जाएगी तो वहीं सोनभद्र में पारम्परिक आदिवासी पूजा पाठ और लोकनृत्य और गायन से इस परिवर्तन यात्रा का आरम्भ होगा.
इस यात्रा के दौरान प्रदेश नेतृत्व का एक नेता, ज़िले के सांसद-विधायक और केंद्रीय नेतृत्व से बड़ा नेता हर रोज़ शामिल होगा. इस तरह चार केंद्रीय नेता हर रोज़ उत्तर प्रदेश में होंगे. और यात्रा सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में घूमेगी.
उत्तर प्रदेश चुनावी रणनीति कों कुछ इस तरह तैयार किया गया है कि हर मतदाता वर्ग से पार्टी के कार्यकर्ता चुनावों से पहले ही संपर्क साध ले, इस दौरान युवाओं को जोड़ने के लिए युवा सम्मेलन किये जा रहे हैं. इसके प्रभारी राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह है. महिला सम्मेलन की ज़िम्मेदारी अनुपमा जायसवाल को दी गयी है. दोनों के साथ एक एक आरएसएस प्रचारक को भी जोड़ा गया है
अवध क्षेत्र के क्षेत्र प्रमुख अशोक तिवारी को युवा सम्मेलन और महिला सम्मेलन के लिए राजस्थान में प्रचारक रहे प्रद्युमन को उत्तर प्रदेश लाया गया है. बीजेपी चुनाव से इन पहले नव मतदाता सम्मलेन भी करेगी. बीजेपी का उत्तर प्रदेश में लक्ष्य 265 प्लस का रखा है. इसके लिए पार्टी फिलहाल हर कार्यकर्ता मुख्यमंत्री का चेहरा है, इस रणनीति पर चलेगी. पार्लियामेंट्री बोर्ड अगर मुख्यमंत्री का चेहरा तय करेगा तो फिर चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ा जायेगा.