नई दिल्ली : यूपी के गाली कांड में दयाशंकर सिंह को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा चुकी भाजपा उनकी पत्नी स्वाति सिंह चुनाव में उतार सकती है. भाजपा राज्य में राजपूत और महिला वोटरों को अपने पक्ष में गोलबंद करने के लिए स्वाति सिंह को चेहरा बनाकर प्रचार कराने और विधानसभा चुनाव लड़ाने की तैयारी में है.
बीजेपी ने पार्टी में स्वाति सिंह की भूमिका तय कर ली है और अगले हफ्ते इसका औपचारिक एलान भी कर सकती है. यूपी बीजेपी के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने इस बारे में साफ़ संकेत भी दे दिए हैं.
उन्होंने खुलकर कहा है कि स्वाति सिंह को ज़रुरत पड़ने पर चुनाव भी लड़ाया जाएगा और पार्टी का चेहरा भी बनाया जाएगा. केशव ने अपने गृह नगर इलाहाबाद में मीडिया से बात करते हुए स्वाति सिंह को तेजस्वी महिला करार दिया और उनके संघर्षों की जमकर तारीफ की. स्वाति सिंह को बीजेपी का चेहरा बनाकर नेता के तौर पर प्रोजेक्ट किये जाने के सवाल पर केशव ने कहा कि इस बारे में आगे निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने इस संभावना से कतई इंकार भी नहीं किया.
स्वाति को चुनाव मैदान में उतारने पर केशव ने कहा कि अगर पार्टी ज़रूरी समझेगी तो वह उन्हें चुनाव ज़रूर लड़ाएगी. हालांकि हरेक सवाल के जवाब में उन्होंने यह ज़रूर जोड़ा कि फिलहाल पार्टी की प्राथमिकता बीएसपी नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी के खिलाफ कार्रवाई कराना है.
दरअसल स्वाति सिंह द्वारा अपनी बेटी का सवाल उठाकर मायावती को बैकफुट पर ढकेलने के बाद बीजेपी उन्हें लेकर गंभीर हो गई है. पार्टी को लगता है कि स्वाति सिंह को नेता के तौर पर प्रोजेक्ट किये जाने और उन्हें चुनाव लड़ाने से एक साथ कई फायदे हो सकते हैं. वह न सिर्फ महिला वोटरों को बीजेपी से जोड़ेंगी बल्कि मायावती पर हमला कर बीएसपी के वोट बैंक में सेंध भी लगाएंगी.
इतना ही नहीं स्वाति सिंह के बहाने बीजेपी सवर्णों को भी पार्टी से जोड़ने की कोशिश करेगी. फिलहाल बीजेपी नसीमउद्दीन सिद्दीकी के खिलाफ कार्रवाई की मांग के बहाने स्वाति सिंह को दर्जन भर शहरों में भेजकर वहां कार्यक्रम कर माहौल बनाने की तैयारी में है. चर्चा है कि बीजेपी स्वाति सिंह को बलिया या पूर्वांचल की किसी दूसरी सीट से चुनाव लड़ा सकती है.