नई दिल्ली : दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री ने वाटर टैंकर घोटाले पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि कॉन्ट्रैक्ट को लेकर उनकी सरकार ने जो फैसला किया, वह अकेले का नहीं था. ‘कॉन्ट्रैक्ट देने का निर्णय सामूहिक था, जिसमें बीजेपी भी शामिल थी. आम आदमी पार्टी उस समय नहीं थी. अगर होती तो वह भी इस निर्णय में सहभागिता करती.
गौरतलब है कि दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने 400 करोड़ रुपये के वाटर टैंकर घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) से जांच के लिए अपनी मंजूरी दे दी है. जंग ने गुरुवार को दिल्ली सरकार की शिकायत को एंटी करप्शन ब्यूरो के पास भेज दिया. इससे पहले, दिल्ली के जल संसाधन मंत्री कपिल मिश्रा ने कुछ दिन पहले एलजी को चिट्ठी लिखकर दिल्ली जल बोर्ड वॉटर टैंकर घोटाले के मामले में सीबीआई जांच शुरू करने और शीला दीक्षित के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी.