राजपथ डेस्क : केन्द्रीय चुनाव समिति ने बिहार के सभी उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगा दी है। हालांकि उम्मीदवारों के नामों की आधिकारिक घोषणा बाद में की जाएगी। दिल्ली में समिति की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, बिहार चुनाव प्रभारी देवेन्द्र फडणवीस, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल, शाहनवाज हुसैन प्रभारी भूपेन्द्र यादव आदि मौजूद थे।
बीजेपी ने अभी तक सिर्फ पहले चरण के उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है। उसके दूसरे और तीसरे चरण के चुनाव की घोषणा नहीं की है। दूसरे और तीसरे चरण की 81 सीटों पर पार्टी उम्मीदवारों के नाम तय कर लिये गए। पार्टी पहले चरण में 29 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। बिहार में बीजेपी का जदयू, हम और वीआईपी के साथ उसका गठबंधन है। नई दिल्ली में हुई भाजपा केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक में पीएम नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत अन्य वरीय नेता मौजूद रहे।
इधर, ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेकुलर फ्रंट का मुख्य घटक दल, रालोसपा कुशवाहा समाज को अपना आधार वोट मानती है। इस फ्रंट में 6 पार्टियां शामिल हैं। इनमें से रालोसपा ही सबसे अधिक सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी। तीनों चरण मिलाकर पार्टी 100 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जिनमें 40% कुशवाहा उम्मीदवार उतारेगी।
बता दें कि पहले चरण के लिए रालोसपा ने 42 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जिनमें कुशवाहा प्रत्याशियों की संख्या 17 है। वहीं अगले दो चरणों के प्रत्याशियों में भी अधिक से अधिक उम्मीदवार कुशवाहा समाज से ही उतारे जाएंगे। फ्रंट के दूसरे घटक दल बसपा का आधार वोट रविदास समाज है, लेकिन यहां भी कुछ कुशवाहा प्रत्याशी बनाए जा रहे हैं।
फ्रंट का तीसरा सबसे मजबूत दल, ओबैसी की पार्टी एआईएमआईएम को माना जाता है। इसका आधार वोट मुस्लिम मतदाता हैं। इसका क्षेत्र भी मुस्लिम बहुल इलाका है। किशनगंज, कटिहार व अररिया वाले इलाके में ही इस पार्टी के उम्मीदवार होंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. देवेन्द्र प्रसाद यादव के समाजवादी जनता दल डेमोक्रेटिक का फोकस यादव और पिछड़ा वर्ग के प्रत्याशियों पर होगा।