नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में जगह जगह पर पोस्टर लगाकर बीजेपी सांसद महेश गिरी की ओर से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से इस्तीफ़े की मांग की गई है. पोस्टर पर लिखा है की क्या हाई कोर्ट के फैसले के बाद भी केजरीवाल को सत्ता में रहने का अधिकार है. केजरीवाल इस्तीफा दो.
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि हमें उम्मीद है कि केजरीवाल सरकार इस फैसले को स्वीकार करेगी जो केजरीवाल के चेहरे पर एक करारे तमाचे की तरह आया है और केजरीवाल दिल्ली में एक अच्छा प्रशासन उपलब्ध कराने पर ध्यान देंगे या पद से इस्तीफा दे देंगे.’ उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय के फैसले ने साफ कर दिया कि मुख्यमंत्री को विपश्यना की नहीं बल्कि संवैधानिक कानून में दस दिन का क्रैश कोर्स करने की जरूरत है.
गौर हो कि दिल्ली हाई कोर्ट ने गुरुवार को अपने एक फैसले में कहा कि राजधानी दिल्ली अभी भी यूनियन टेरिटरी है. इसके लिए विशेष प्रावधान किया गया है. दिल्ली सरकार द्वारा पिछले साल लिए गए उन तमाम फैसलों को कोर्ट ने अवैध करार दे दिया जो फैसले एलजी की सहमति के बगैर लिए गए थे.
दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा आप सरकार के कई आदेशों को ‘गैरकानूनी’ करार दिया था. साथ ही उप राज्यपाल को शहर का प्रशासनिक प्रमुख बताया था. इसके बाद बीजेपी ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नया जनादेश हासिल करना चाहिए. क्योंकि, वह पद पर बने रहने का ‘नैतिक अधिकार’ खो चुके हैं.
केजरीवाल के विपश्यना पर जाने को लेकर कटाक्ष करते हुए बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि वह जानबूझकर गए क्योंकि उनको पता था कि फैसला आने वाला है और अदालत उनके ‘गैरकानूनी एवं असंवैधानिक’ कदमों के खिलाफ निर्णय सुनाने वाली है.
पात्रा ने संवाददाताओं से कहा कि आप के चेहरे पर कानूनी व्यवस्था से तमाचा लगा है. वह दिल्ली के लोगों को गुमराह करती आ रही थी और नाटक कर रही थी कि केंद्र उनको काम नहीं करने दे रहा है. वे बहुत चतुर लोग हैं. केजरीवाल जानते थे कि आज फैसला आने वाला है और वह विपश्यना के नाम पर छिप गए.