नई दिल्ली. पीएम मोदी और बेंजामिन नेतन्याहु ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में आतंकवाद के खिलाफ लड़ने का संकल्प लिया. मोदी ने दुनियाभर में महामारी की तरह फैले आतंकवाद, कट्टरपंथ और हिंसा की बुराईयों का दृढ़ संकल्प के साथ विरोध करने का आह्वान किया.
येद वाशेम स्मारक संग्रहालय में पुष्पांजलि अर्पित कर मोदी ने नाजी जर्मनी द्वारा मार दिए गए 60 लाख यहूदियों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि यह स्मारक ‘त्रासदी की गहराईयों से ऊपर उठने, नफरत को पराजित करने और एक उर्जावान लोकतांत्रिक देश के निर्माण के लिए आगे बढ़ने के लिए आपकी ‘अटूट इच्छाशक्ति’ के सम्मान का प्रतीक है.
आतंकवाद पर क्या कहा इस्राइल के पीएम ने
इस्राइल के पीएम नेतन्याहू ने कहा कि आतंकवाद की बुराई से निबटने के लिए दोनों देशों को मिलकर खड़ा होना होगा. भारत और इस्राइल को ‘सिस्टर डेमोक्रेसी’ बताते हुए उन्होंने कहा कि ‘हम साथ मिलकर महान काम कर सकते हैं.’ मोदी ने कहा कि दोनों देशों के लोगों के बीच जो संबंध है वह हजारों वर्ष पुराने हैं जब यहूदी पहली बार भारत के दक्षिण-पश्चिम तट पर उतरे थे. तब से यहूदी, उनकी परंपराएं और रीति रिवाज भारत में फले-फूले और समृद्ध हुए हैं.
पीएम मोदी ने कहा हमें यहूदी बेटों और बेटियों पर गर्व
उन्होंने कहा, ‘हमें भारत के यहूदी बेटों और बेटियों पर गर्व हैं जैसे कि लेफ्टिनेंट जनरल जेएफआर जैकब, वाइस एडमिरल बेंजामिन सेमसन, प्रसिद्ध वास्तुकार जोशुआ बेंजामिन और फिल्मी कलाकार जैसे नादिरा, सुलोचना और प्रमिला. इन लोगों के विविध योगदान ने भारतीय समाज के तानेबाने को और समृद्ध किया है. ‘ उन्होंने कहा कि भारतीय यहूदी इस साझा इतिहास की जीवंत और उजार्वान कड़ी हैं. उनका यह इस्राइल दौरा दोनों देशों के समुदायों के बीच प्राचीन संबंधों का उत्सव है. मोदी ने कहा कि एक चौथाई सदी पहले दोनों देशों के बीच स्थापित संपूर्ण राजनयिक संबंधों के बाद से दोनों देशों के बीच संबंधों ने तेजी से प्रगति की है.