नई दिल्ली : बलोच नेता ब्रह्मदाग बुगती ने पाकिस्तान को झटका देते हुए सोमवार को कहा कि वह भारत में शरण पाने के लिए दस्तावेज दायर करेंगे। बुगती का यह बयान ऐसे समय आया है जब उरी में आतंकवादी हमले के बाद भारत अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने में जुटा है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक बलोच रिपब्लिकन पार्टी ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में चीन के खिलाफ केस दर्ज करने का फैसला किया है और इसके लिए वह भारत, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से मदद मांगेगी।
बलोच नेता ने कहा कि बीआरपी ने पाकिस्तानी सेना के जनरलों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्यायालय जाएगी।
ब्रह्मदाग बुगती बलोच नेता नवाब अकबर खान बुगती के पोते हैं। दस साल पहले पाकिस्तानी सेना ने अकबर खान की हत्या कर दी थी।
मीडियाकर्मियों से बातचीत में ब्रह्मदाग ने कहा कि हमने औपचारिक रूप से भारत सरकार से शरण मांगने के लिए दस्तावेज दायर करने के बारे में फैसला कर लिया है। ब्रह्मदाग इस समय में स्विटजरलैंड में निर्वासित जीवन बीता रहे हैं। बलूच नेता के भारत में शरण मांगने की खबरों के बीच विदेश मंत्रालय ने चार दिन पहले कहा था कि उसके पास इस बारे में कोई सूचना नहीं है।
बुगती के संबंध में खबरों के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के एक सूत्र ने बताया कि विदेश मंत्रालय के पास इस तरह की सूचना नहीं है।’ मीडिया में ऐसी खबरें थी कि नवाज अकबर खान बुगती के पौत्र ब्रह्मदाग बुगती भारतीय नागरिकता हासिल करने को तैयार हैं। फिलहाल वह निर्वासन में स्विट्जरलैंड में रह रहे हैं।