नई दिल्ली : वैश्विक अनिश्चितता एवं चुनौतीपूर्ण माहौल में कारोबार के संकुचित होने के बावजूद भारत के सबसे तेज गति से वृद्धि दर्ज करने को रेखांकित करते हुए वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि इस साल अच्छी बारिश होने से अर्थव्यवस्था और मजबूत होगी तथा किसानों के हाथ में पैसा आने से ग्रामीण क्रयशक्ति बढ़ने से विभिन्न क्षेत्रों को मजबूती मिलेगी।
जेटली ने संसद में कहा कि इन परिस्थितियों में सत्ता में आने के पहले वर्ष में हम विकास दर को 7.2 प्रतिशत और फिर दूसरे वर्ष में 7.6 प्रतिशत तक लाने में सफल रहे। आज हम दुनिया में सबसे तेज गति से वृद्धि दर्ज करने वाली अर्थव्यवस्था बन गए हैं और इस वर्ष भी यह स्थिति जारी रहेगी।’ उन्होंने कहा कि हम राजकोषीय घाटे को कम करने के लक्ष्य की दिशा में बढ़ रहे हैं। हम अनावश्यक रूप से कर नहीं लगाना चाहते हैं लेकिन कर वसूली के लक्ष्य को हासिल करना चाहते हैं।
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि विश्व में आज भी चुनौतीपूर्ण माहौल बना हुआ है। दुनिया में मंदी छायी हुई है। आईएमएफ के आकलन विकास दर कम होने की बात कर रहे हैं। ऐसे में दुनिया के अलग अलग देश अपनी मुद्रा को सस्ता कर रहे हैं ताकि व्यापार बढ़ जाए। कुछ देशों में ब्याज दर नकारात्मक हो गयी है। जापान इसका उदाहण है, ब्रिटेन ने ब्याज दर में कटौती की है। वैश्विक वृद्धि दर धीमी हो गयी है।
वित्त मंत्री ने कहा कि दुनिया में अनिश्चितता का माहौल है। किसी एक हिस्से में अनिश्चितता दूसरे क्षेत्र को भी प्रभावित करती है। दुनिया के देशों में कारोबार सिकुड़ रहा है। इसका भी प्रभाव पड़ रहा है। जेटली ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र और कृषि कमजोर हो गई थी, पिछले दो वर्षों में बरसात नहीं होने से कृषि के प्रभावित होने से गांव में क्रयशक्ति कम हो गई थी। ऐसे में हमने गांव, किसान, कृषि के लिए प्रावधान किये हैं, वे सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक तीनों दृष्टि से बड़ा प्रभाव डालने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि इस साल अच्छी बरसात होने से अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और किसानों के हाथ में पैसा आने से ग्रामीण क्रयशक्ति बढ़ने, जीडीपी मजबूत होने के साथ विभिन्न क्षेत्रों को मजबूती मिलेगी।