नई दिल्ली : अभिनेता अनुपम खेर का कहना है कि पाकिस्तानी कलाकारों के लिए यह काफी महत्वपूर्ण है कि वह भारतीय सैनिकों पर हुए हमले की निंदा करें. अनुपम ने कहा कि पड़ोसी देश के कलाकारों को यह कहना चाहिए कि हम भारतीय सैनिकों के दुर्भाग्यपूर्ण संहार की निंदा करते हैं.
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने हाल ही में कहा कि जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी जिले में 18 सितम्बर को हुए आतंकवादी हमले के बाद से देश भर में पाकिस्तान विरोधी लहर चल पड़ी है. इस हमले में 18 जवान शहीद हो गए थे. मनसे ने 23 सितम्बर को अपनी घोषणा में पाकिस्तानी कलाकारों को भारत छोड़ने के लिए 48 घंटों का अल्टीमेटम दिया है.
अनुपम खेर ने चैनल ‘जिंदगी’ के लिए आयोजित एक समारोह में इस बारे में पूछने पर कहा कि पाकिस्तानी कलाकारों के लिए यह कहना काफी जरूरी है कि ‘हम भारतीय सैनिकों दुर्भाग्यपूर्ण संहार की निंदा करते हैं.’ हमने हमेशा अपनी मित्रता और अच्छाई दर्शाई है.
अनुपम ने कहा कि पाकिस्तान के कई लोग काफी अच्छे और बेहतरीन मेजबान हैं, लेकिन जब बात हमारे देश और हमारे जवान की आती है तो मैं कूटनीतिज्ञ नहीं हो सकता. मैं अपने देश के प्रति पक्षपाती हूं.
अनुपम का मानना है कि कला एवं संस्कृति की कोई सीमा नहीं होती. लेकिन, इससे भी अधिक जरूरी है कि पड़ोसी देश के कलाकार उन आतंकियों की निंदा करें जिन्होंने भारतीय सैनिकों की हत्या की है. हम यह नहीं कह रहे हैं कि वे अपने देश की निंदा करें.
अनुपम ने कहा कि वह अपने देश के प्रति पक्षपाती हैं, क्योंकि आज अगर वह अपने सपने सच कर पाएं हैं तो केवल इसलिए कि वह एक भारतीय हैं. उन्होंने कहा कि वह एक भारत के एक अंतर्राष्ट्रीय अभिनेता हैं. अभिनेता ने कहा कि लोगों को यह दर्शाना काफी जरूरी है कि कलाकार इस देश में काम करने का मौका पाकर काफी खुश हैं और शुक्रगुजार हैं और वे भारतीय जवानों पर हुए आतंकवादी हमले की आलोचना करते हैं. अनुपम ने पेशावर के स्कूल में आतंकवादी हमले की आलोचना करते हुए आतंकवादियों को एक खुला पत्र लिखा था.