नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली और जितेन्द्र सिंह, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद तथा लोकसभा में उनके सहयोगी मल्लिकार्जुन खड़गे उस सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे जो गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में जम्मू कश्मीर जाने वाला है।
यह प्रतिनिधिमंडल उन विरोध प्रदर्शनों के समाधान के सिलसिले में घाटी जा रहा है जहां 8 जुलाई को हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे जाने के बाद से अशांति फैली है। प्रतिनिधिमंडल में 28 सांसद होंगे जिनमें केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान तथा कांग्रेस नेता अंबिका सोनी शामिल होंगी। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का दौरा चार और पांच सितंबर को होगा।
इस प्रतिनिधिमंडल में जदयू नेता शरद यादव, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा नेता डी राजा, राकांपा के तारिक अनवर तथा तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय भी होंगे। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने का निर्णय पिछले माह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में संपन्न एक सर्वदलीय बैठक में किया गया। कश्मीर घाटी में 54 दिनों से विरोध प्रदर्शन का सिलसिला जारी है और अशांति में अब तक 69 लोगों की जान जा चुकी है।
प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों में शिवसेना के संजय राउत और आनंदराव अडसुल, तेदेपा के थोटा नरसिम्हन, शिरोमणि अकाली दल के प्रेम सिंह चंदूमाजरा, भाजपा के दिलीप तिर्की, एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी, एआईयूडीएफ के बदरूद्दीन अजमल, मुस्लिम लीग के ई अहमद और टीआरएस के जितेन्द्र रेड्डी शामिल हैं।
इनके अलावा आरएसपी के एन के प्रेमचंद्रन, अन्नाद्रमुक के पी वेणुगोपाल, द्रमुक के तिरूचि शिवा, वाईएसआर कांग्रेस के वाई बी सुब्बा, राजद के जयप्रकाश यादव, आप के धर्मवीर गांधी तथा रालोद के दुष्यंत चौटाला भी दल में शामिल हैं। बसपा और सपा ने अपना समर्थन तो दिया है लेकिन अपने किसी भी सदस्य को नामांकित नहीं किया है।