डेस्क : बिहार के बाद भाजपा की नजर बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव पर है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल सरकार के खिलाफ चुनाव में बड़े हमले के लिए भाजपा मैदान तैयार करना शुरू कर दिया। बंगाल के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 11 केंद्रीय नेताओं की एक कोर टीम तैयार की गई है। इनमें से कई नेता बंगाल पहुंच चुके हैं।
भाजपा टीम कोलकाता पहुंच कर अपना कार्य भी शुरू कर दिया है और राज्य पार्टी इकाई के इनपुट के आधार पर उम्मीदवारों की एक सूची तैयार करने में जुटी है। इसके साथ ही केंद्रित अभियान रणनीति के लिए हर सप्ताह की रूप रेखा भी तैयार करेगी। राज्य के 294 विधानसभा क्षेत्रों को पांच भाग में विभाजित किया गया है, जिनमें से प्रत्येक का दायित्व केंद्रीय स्तर के सचिवों को दिया गया है। यह सचिव केंद्रीय नेतृत्व के मार्गदर्शन में सभी निर्णयों को अंतिम रूप देंगे।
भाजपा इस बात को अच्छी तर से जानती है कि बंगाल की लड़ाई आसान नहीं है। भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य पार्टी इकाई के बजाय केंद्रीय नेतृत्व के प्रत्यक्ष प्रभार के तहत विधानसभा चुनाव के लिए कमान रखने का फैसला किया है।
बता दें कि 11 सदस्यीय कोर टीम में पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और दुष्यंत गौतम, सुनील देवधर, विनोद तावड़े, विनोद सोनकर, हरीश द्विवेदी और अरविंद मेनन हैं। इसके अलावा अमित मालवीय, राज्य के नेता अमित चक्रवर्ती और किशोर बर्मन। देवधर त्रिपुरा में भाजपा को सत्ता तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी।
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कैलाश विजयवर्गीय समन्वयक बनाए गए हैं, जबकि आइटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय, पार्टी सचिव सुनील देवधर, अरविंद मेनन, विनोद तावड़े लड़ाई का मैदान तैयार करने के लिए टीम का हिस्सा हैं। बैठक में तय किया गया कि 18 से 20 नवंबर के बीच पांचों जोनल प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र के जिला प्रभारियों के साथ मुलाकात करेंगे।