नई दिल्ली : भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने पाकिस्तागन के एनएसए नासिर जांजुआ को चेतावनी दी है कि आतंक पर लगाम लगायें या परिणाम भुगतने को तैयार रहें ।
मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि डोभाल ने अपने पाकिस्तांनी समकक्ष नासिर जांजुआ को दो टूक कहा है कि भारत अब और आतंकवाद बर्दाश्तस नहीं करेगा। आतंक पर लगाम नहीं कसने पर सर्जिकल स्ट्रााइक रोकने की गारंटी नहीं है। रिपोर्टों के अनुसार, डोभाल और जांजुआ के बीच फोन पर बीते दिनों बातचीत हुई। सूत्रों के हवाले से डोभाल ने पाकिस्तानी एनएसए को कड़े शब्दों में चेतावनी दी है और पाकिस्तान को ऐसा कोई भी आश्वासन नहीं दिया गया जिसमें सर्जिकल स्ट्राइक नहीं करने की बात हो। भारत के इस रूख से पाकिस्तान पूरी तरह से चिंतित है। डोभाल ने कड़े शब्दों में पाकिस्तान को संदेश दे दिया है कि आगे इस तरह के आतंकी हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
बताते चलें कि रविवार रात एक बार फिर पाकिस्तान की ओर से कुछ आतंकी बारामूला में सेना कैंप में घुसे, जहां गोलीबारी में भारतीय सेना का एक जवान भी शहीद हो गया1 पाकिस्तान की इस नापाक हरकत के बाद डोभाल ने जांजुआ को सीधी चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे आतंकी हमले अब और बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। डोभाल ने सीमा पर तवान कम करने की बात मानते हुए कहा कि पाकिस्तान को इसके लिए ज़रूरी कदम उठाने चाहिए। भारत के कड़े रूख से पाकिस्तान के बॉर्डर से सटे गांवों में भी डर का माहौल है और बॉर्डर से सटे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के कुछ गांव खाली कर दिए हैं।
गौरतलब हैs कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री को पाकिस्तान की ओर से किए जा रहे संघर्ष विराम उल्लंघन और बारामुला में सैन्य शिविर पर आत्मघाती हमले के बाद सुरक्षा की स्थिति से अवगत कराया। डोभाल ने पीएम को आतंकी हमले के अलावा पिछले 24 घंटे में नियंत्रण रेखा पार हुई सैन्य घटनाओं का भी विवरण दिया। साथ ही अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा के इंतजामों से भी उन्हें अवगत कराया।
इससे पहले, ये खबर आई कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (एनएसए) ने फोन पर बात की है और नियंत्रण रेखा पर तनाव कम करने पर सहमति जताई है। उरी हमले और इसके बाद नियंत्रण रेखा पार स्थित आतंकी ठिकानों पर भारत की ओर से लक्षित हमला (सर्जिकल स्ट्राइक) किए जाने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था। हालिया तनाव के बीच दोनों एनएसए के बीच पहली बार बातचीत हुई है। सूत्रों के अनुसार इस बातचीत के दौरान दोनों एनएसए के बीच नियंत्रण रेखा पर तनाव कम करने को लेकर सहमति बनी। बीते 18 सितम्बर को हुए उरी आतंकी हमले के बाद एनएसए के स्तर पर पहली बार संपर्क हुआ।
भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कई आतंकी ठिकानों पर लक्षित हमले किए जिससे भारत में घुसपैठ की ताक में बैठे आतंकियों को भारी नुकसान पहुंचा है। ये हमले कश्मीर के उरी में एक सैन्य शिविर पर हुए आतंकी हमले के बाद किए गए थे।