नई दिल्ली : ओलंपिक में भारत की उम्मीदों को लगातार दूसरा झटका लगा है. पहलवान नरसिंह यादव के बाद अब शॉट पुटर इंदरजीत भी डोप टेस्ट में फेल हो गए हैं. इंदरजीत का डोप टेस्ट 22 जून को हुआ था. इंदरजीत को प्रतिबंधित स्टेरायड के सेवन का दोषी पाया गया और उसे राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी ने इसकी सूचना दे दी.
सूत्रों के अनुसार नाडा ने उससे पूछा है कि यदि वह बी नमूने की जांच चाहता है तो सात दिन के भीतर करानी होगी. यदि बी नमूना भी पाजीटिव पाया जाता है तो वह रियो ओलंपिक में भाग नहीं ले सकेगा और वाडा की नयी आचार संहिता के तहत चार साल का प्रतिबंध भी झेलना होगा.
इंदरजीत ने कहा कि उनके खिलाफ साजिश हुई है. इंदरजीत ने कहा कि यह साजिश है और इसमें कुछ गड़बड़ है. इसकी जांच डाक्टर करेंगे. मैं इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता लेकिन इस देश में जो भी आवाज उठाना चाहता है, उसका मुंह बंद कर दिया जाता है. मेरे नमूने से छेड़छाड़ की गई है. कोई खिलाड़ी ऐसा कुछ क्यो लेगा जो उसके स्वास्थ्य के लिये अच्छा नहीं है.
उन्होंने कहा कि मैं सीधे भारतीय खिलाड़ियों के लिये बात करता हूं. मेरे साथ पिछले एक साल से बहुत कुछ हो रहा है. मीडिया दिखाता है कि मैं डोप टेस्ट से भाग रहा हूं लेकिन ऐसा नहीं है. पिछले साल रियो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाले इंदरजीत ने टारगेट ओलंपिक पोडियम योजना के तहत अमेरिका में अभ्यास किया.
सूत्रों के मुताबिक इंदरजीत सिंह NADA के टेस्ट से बचने की कोशिश कर रहे थे. नाडा के सूत्रों ने कहा कि जब हमें पता चला कि वो डोप टेस्ट से बचने की कोशिश कर रहे हैं तो हमें कुछ शक हुआ और हमारा शक बिल्कुल सही निकला.
बताते चलें कि इससे पहले भारत को तब झटका लगा था जब पहलवान नरसिंह यादव डोप टेस्ट में फेल हो गए थे. हांलांकि अभी नरसिंह यादव के ओलंपिक में जाने की उम्मीद बची है. नरसिंह यादव के ओलंपिक में जाने को लेकर इसी हफ्ते फैसला होगा. खेल मंत्री विजय गोयल ने कहा कि नरसिंह यादव को अभी अस्थाई तौर पर निलंबित किया गया है.
डोपिंग का जांच करने वाली एजेंसी नाडा की अनुशासन समिति इस मामले जांच कर रही है. नाडा की जांच में नरसिंह के ‘ए’ और ‘बी’ दोनों नमूनों में प्रतिबंधित स्टेरॉयड पाए गए हैं. डोप टेस्ट 5 जुलाई को हुआ था.