चंपारण (बिहार) : बिहार के चंपारण जिले में रहने वाली किरण के द्वारा उठाया गया एक सराहनीय कदम आज सबके लिए मिसाल बन चुका हैं. कुमारी किरण जेएनयू से पढ़ीं हैं और अपने जीवन में एक नई सफ़र की शुरुआत की. यह वो सफ़र है जिसकी तम्मना हर किसी युवक और युवती को होती है. ये है शादी. हर कोई कुछ न कुछ ऐसा करना चाहता है जिससे उसकी शादी यादगार बन जाये. लेकिन किरण ने कुछ ऐसा किया है जो एक आदर्श बन गया है. अपनी शादी को यादगार बनाने के लिए किरण ने एक ऐसी मिसाल पेश की कि पूरा गांव उस पर नाज कर रहा है. वो मिसाल है 7 फेरे लेने से पहले 700 पौधे लगाने की.
शीशम बचाने का अभियान चला रही किरण को 2006 में राष्ट्रपति के हाथों विज्ञान पुरस्कार भी मिल चुका है. अपनी शादी से एक दिन पहले किरण ने शीशम, सागवान, अशोक, पॉपलर और सेमल के पौधे लगाये. किरण अब तक 1 हजार पेड़ों को जीवनदान दे चुकी हैं. किरण ने पेड़ों को बचाने की पहल 10वीं क्लास से शुरू की थी जब उन्होंने अपने घर के पास एक पेड़ को सूखते देखा था.
दुनिया भर में प्रकृति को बचाने की मुहिम चल रही है. ऐसे में चंपारण की किरण एक जीती जागती मिसाल है जिसने अपनी शादी से पहले 700 पौधों को जीवनदान दिया.किरण नई पीढ़ी के लिए एक मिसाल बन चुकी हैं.