इस्तांबुल : तुर्की के इस्तांबुल में बड़ा आतंकी हमला हुआ है. इस्तांबुल के अतातुर्क अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर हुए आत्मघाती हमले में अब तक 36 लोगों की मौत हो गई है. जबकि 60 से ज्यादा लोग जख्मी होने की सुचना है. तुर्की सरकार को हमले के पीछे आतंकी संगठन आईएस के हाथ होने के शक है.
खबर के अनुसार पुलिस को मंगलवार शाम अतातुर्क एयरपोर्ट पर आतंकियों के घुसने की सुचना मिली. सुरक्षाबलों ने बिना देर किए ऑपरेशन शुरू कर दिया. थोड़ी ही देर बाद एक आतंकी पुलिस की गोली से जख्मी हुआ लेकिन लड़खड़ाते हुए इस आतंकी ने खुद को उड़ा दिया.
आतंकी घटना के बाद तुर्की के प्रधानमंत्री बिनाली यिलदिरिम ने कहा कि शुरूआती संकेतों से पता चलता है कि इस्ताबुंल हवाईअड्डे पर हुए तिहरे आत्मघाती हमले में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट का हाथ है. उन्होंने कहा कि हमलों में मरने वालों की संख्या 36 तक पहुंच गई है.
उन्होंने घटनास्थल पर पत्रकारों से कहा कि ताजा सूचना के अनुसार 36 लोगों की जान चली गई है. सबूत आईएस की ओर इशारा करते हैं. प्रधानमंत्री ने आंकड़ा दिए बिना कहा कि हमलों में अनेक लोग घायल हुए हैं. यिलदिरिम के अनुसार तीन आत्मघाती बम हमलावरों ने खुद को विस्फोट से उड़ाने से पहले यात्रियों पर स्वचालित राइफलों से गोलीबारी की. उन्होंने हमलावरों की पहचान या राष्ट्रीयता के बारे में कुछ नहीं कहा.
यिलदिरिम ने कहा कि हमलावर टैक्सी से हवाईअड्डे पर पहुंचे. उन्होंने अतातुर्क हवाईअड्डे पर किसी तरह की सुरक्षा विफलता से इनकार किया. यह हवाईअड्डा यूरोप के सबसे व्यस्त हवाईअड्डों में से एक है. यिलदिरिम ने बताया कि पीड़ितों में कुछ विदेशी नागरिक भी शामिल हैं. कुछ घायलों को मामूली चोटें आई हैं लेकिन कई गंभीर रूप से घायल हैं. तुर्की के एक अन्य अधिकारी ने सरकारी प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए अपनी पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर जानकारी दी है.
अधिकारी ने कहा कि दो हमलावरों ने पुलिस की गोलीबारी के बाद अंतरराष्ट्रीय आगमन टर्मिनल के प्रवेश पर विस्फोट किया. जबकि तीसरे हमलावर ने खुद को उड़ा लिया. अधिकारी ने गृह मंत्रालय की जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि कोई भी हमलावर टर्मिनल के प्रवेश पर सुरक्षा जांच से बचकर नहीं निकल सका. तुर्की के हवाईअड्डों पर टर्मिलन इमारतों के प्रवेश और इसके बाद प्रस्थान द्वार में प्रवेश से पहले सुरक्षा जांच होती है.
हमले के बाद हवाईअड्डे के चारों ओर की सड़कों को नियमित यातायात के लिए बंद कर दिया गया और कई एंबुलेंस वाहनों को वहां आते-जाते देखा गया. जर्मनी से कुछ ही देर पहले अपने परिवार के साथ पहुंची हेविन जीनी (12) की आंखों में आंसू थे और वह सदमे में थी. उसने कहा कि जमीन पर खून था. सब कुछ विस्फोट के कारण टुकड़े-टुकड़े हो गया. यदि हम दो मिनट पहले पहुंचे होते, तो हम भी मारे जाते.
घायलों में पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. घायलों को बाकिरकोय स्टेट हॉस्पिटल ले जाया जा रहा है. तुर्की पर हालिया महीनों में इस्लामिक स्टेट समूह के आतंकवादियों या कुर्द विद्रोहियों ने कई विस्फोट किए हैं. हमले से पहले एयरपोर्ट पर रोज की तरह हलचल थी और एयरपोर्ट के कर्मचारी अपने काम में लगे थे . सुरक्षा बलों को शक है कि इस्तांबुल एयरपोर्ट पर हमले में 4 आतंकी शामिल हो सकते हैं.
आपको बताते चलें कि एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल के मुताबिक इस्तांबुल का अतातुर्क हवाई अड्डा 6.18 करोड़ यात्रियों की आवा-जाही की वजह से पिछले साल दुनिया में 11 वां सबसे व्यस्त हवाई अड्डा था. इस्तांबुल के अतातुर्क अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर हुए हमले को देखते हुए भारत के सभी एयरपोर्ट पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है.
गौरतलब है कि इस्तांबुल अतातुर्क अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की इस घटना से पहसे साल 2016 में तुर्की में और भी आत्मघाती हमले हुए हैं. 12 जनवरी, 2016 को इस्तांबुल के ही सुल्तानएहमत शहर में आईएस के एक आत्मघाती हमलावर ने 10 लोगों को मार दिया था. मरने वाले दस लोगों में 8 जर्मनी के टूरिस्ट थे.
17 फरवरी, 2016 को तुर्की की राजधानी अकरा में एक बड़े बम धमाके में 28 लोगों की मौत हो गई थी जिसमें 61 गंभीर रुप से घायल थे. इसके अलावा 13 मार्च, 2016 को एक कार धमाके में 32 लोगों की लोगों की मौत हो गई थी जिसमें 100 से भी ज्यादा लोग गंभीर रुप से घायल थे.
किसी भारतीय के हताहत होने की खबर नहीं
तुर्की के अतातुर्क हवाईअड्डे के अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल पर हुए आतंकी हमले में किसी भारतीय के हताहत होने की अब तक कोई खबर नहीं है ।
विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि भारतीय वाणिज्य दूतावास इस्तांबुल गवर्नरेट के संपर्क में है और मदद चाहने वाले भारतीयों के लिए आपातकालीन नंबर दिए हैं । मंत्रालय ने कहा कि किसी भारतीय के हताहत होने के बारे में अब तक कोई खबर नहीं है ।