नई दिल्ली : रेल यात्रा के दौरान महिलाओं को सुरक्षित महसूस कराने और गंतव्य तक पहुचने के लिए मोदी सरकार एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। रेलवे देश के 1000 रेलवे स्टेशनों पर हर हमेशा नजर बनाये रखने के लिए 35000 सीसीटीवी कैमरे से लैस करने की योजना बना रहा है। यह इंडियन रेलवे का सबसे बड़ा सिक्युरिटी सर्विलांस सिस्टम होगा। एक बार यह काम पूरा हो जाने के बाद स्टेशनों के ‘हर हिस्से पर आप सीसीटीवी कैमरे की नजर में हैं’ जैसे बोर्ड नजर आएंगे।
पिछले महीने प्रधानमंत्री कार्यालय में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक अहम बैठक हुई। इस बैठक में रेलवे के अधिकारियों को बताया गया कि पीएम चाहते हैं कि रेलवे को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाया जाए । इस प्रयास को सफल बनाने के लिए रेलवे ने रिकॉर्ड टाइम में एक प्लान तैयार किया। इसमें केंद्र सरकार के निर्भया फंड को इस्तेमाल करने का फैसला किया गया है। प्रोजेक्ट की अहमियत को समझते हुए वित्त मंत्रालय ने भी मीटिंग के तीन दिन बाद ही रिकॉर्ड समय में प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी। साथ ही इस वित्त वर्ष के लिए 200 करोड़ रुपए जारी कर दिया ताकि काम तुरंत शुरू हो सके। बाकी की रकम अगले साल दी जाएगी। सूत्रों के अनुसार रेलवे ने इस काम को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता में रखा है। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन खुद इस प्रोजेक्ट पर नजर रख रहे हैं।
रेलवे की यह योजना है कि हर स्टेशन पर कम से कम 35 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं और इसकी फीड को डिविजनल हेडक्वार्टर स्थित सर्वर से जोड़ा जाए। इस रिकॉर्डिंग को 30 दिन तक सेव करके रखा जाएगा। कैमरों की तादाद इस तरह से रखी जाएगी कि स्टेशन का हर कोना इसकी जद में आ जाए।
इस सीसीटीवी का इस्तेमाल सुरक्षा के अलावा साफ सफाई बरकरार रखने के मकसद से भी किया जाएगा । इसे हकीकत बनाने के लिए रेलवे युद्ध स्तर पर काम कर रही है।