मुंबई : महाराष्ट्र के राज्यपाल के मुंबई स्थित निवास, राजभवन में अंग्रेजों के जमाने का सैकड़ों फुट लंबा और करीब दर्जनभर कमरों वाला बंकर मिला है.इस बात का खुलासा तब हुआ जब राज्यपाल विद्यासागर राव ने बंकर की खबर मिलने पर खोज कराई, तो सामने आया कि राजभवन में अंग्रेजों के जमाने का 150 फुट लंबा और 13 कमरों का एक बंकर है.
मुंबई के मालाबार हिल्स की इसी बिल्डिंग में महाराष्ट्र के राज्यपाल रहते हैं. अभी इस राजभवन में राज्यपाल सीएच विद्यासागर राव परिवार के साथ रहते हैं. इससे पहले भी कई राज्यपाल रहे और लंबे समय तक इसमें रहकर चले गए. लेकिन अब जाकर पता चला है कि इस राजभवन में एक बंकर भी है जो अंग्रेजों के जमाने का बना हुआ है.
इस बंकर का खुलासा करीब 3 महीने पहले चला था. जिसके बाद राज्यपाल विद्या सागर और सीएम देवेंद्र फडणवीस बंकर देखने गए. सीएम फडणवीस ने बंकर की कई तस्वीरें टिवटर पर पोस्ट की हैं.
बंकर करीब 5 हजार वर्ग फुट तक फैला हुआ है. इसमें कुल 13 कमरे हैं. बंकर की बनावट देखकर पता चलता है कि बंकर गोला बारूद रखने के लिए बनाया गया था. कमरों को देखकर पता चलता है कि इसमें लोगों के रहने की भी व्यवस्था भी थी. कई कमरों पर शेल स्टोर, गन शेल, कार्टेज स्टोर की तख्तियां भी लगी हुई हैं. बंकर में जगह जगह लोहे की ग्रिल लगी है. इसकी ऊंचाई इतनी भी नहीं है कि 6 फुट का इंसान इसमें ठीक से खड़ा भी हो सके. हालांकि कुछ जगह इसकी ऊंचाई 12 फुट तक भी है. दीवार चट्टान जैसी मजबूत लगती है. बंकर में वेंटिलेशन का भी इंतजाम है और पानी निकालने का भी. जिस जगह राजभवन बना हुआ है वो तीन छोर से समंदर से घिरा हुआ है. अभी तक बंकर का पता इसलिए नहीं चला कि क्योंकि एक दीवार से बंकर का मुंह बंद किया हुआ था. दीवार हटने के बाद 20 फुट ऊंचे गेट का पता चला. बाहरी दीवार पर घासपात होने के कारण किसी के भी अनुमान लगाना मुश्किल था कि राजभवन के भीतर कोई बंकर भी रहा होगा. राजभवन के किसी कर्मचारी ने राज्यपाल को बताया तब उन्होंने बंकर की खोज कराई और फिर भी पत्नी विनोधा के साथ देखने गए.
कहा जाता है कि मालाबार हिल्स के इस राजभवन को पहले गवर्नर हाउस कहा जाता था. 1885 से पहले तक ब्रिटिश गवर्नर गर्मी की छुट्टियों में रहने आते थे.