अहमदाबाद : गुजरात के गोधरा स्टेशन पर साबरमती एक्सप्रेस के एक डिब्बे में भीड़ द्वारा आग लगाये जाने की घटना के करीब 14 साल बाद शहर अपराध शाखा ने घटना के मुख्य आरोपी इमरान अहमद भाटुक को महाराष्ट्र के मालेगांव से गिरफ्तार किया है।
गोधरा में 27 फरवरी, 2002 को साबरमती एक्सप्रेस के एस-6 कोच में आग लगाये जाने की घटना में 59 लोग मारे गये थे, जिसमें अधिकतर कारसेवक थे जो अयोध्या से लौट रहे थे। इस घटना के बाद पूरे राज्य में बड़े स्तर पर सांप्रदायिक दंगे भड़क गये थे।
पुलिस के अनुसार, गोधरा में मुस्लिम सोसायटी में रहने वाला भाटुक गोधरा कांड का मुख्य आरोपी है। उसने कुछ अन्य आरोपियों के साथ मिलकर ट्रेन के एस-6 कोच में अंदर जाकर पेट्रोल छिड़का और और बाहर से उसमें आग लगा दी।
अपराध शाखा के संयुक्त पुलिस आयुक्त जेके भट्ट ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अपराध शाखा के एक दल ने भाटुक (37) को कल महाराष्ट्र के मालेगांव से धर दबोचा जो 14 साल से फरार था। उसे आज यहां लाया गया। भट्ट ने कहा कि पूर्व नियोजित साजिश के तहत ट्रेन को चेन खींचकर गोधरा स्टेशन पर रोका गया। उसके बाद भाटुक और कुछ अन्य आरोपियों ने दो कोचों के बीच के जोड़ को काट दिया और पेट्रोल छिड़कने के लिए एस-6 कोच में घुस गये। उनके पास 160 लीटर पेट्रोल था।
अधिकारी के अनुसार उसके बाद कोच को दूसरे आरोपियों ने दरवाजे बंद करके बाहर से जला दिया। 58 लोगों की मौके पर ही जलने से मौत हो गयी, वहीं एक शख्स की बाद में मृत्यु हो गयी। इसके बाद भाटुक भागकर महाराष्ट्र के धूलिया चला गया और शादी कर ली। वह छह साल तक वहां रहा फिर मालेगांव में रहने लगा।
भट्ट ने कहा कि भाटुक को गिरफ्तार करने के लिए अपराध शाखा के अधिकारी पिछले छह महीने से जानकारी एकत्रित कर रहे थे और पिछले दो महीने में कम से कम सात बार मालेगांव जा चुके थे। गोधरा में भाटुक को इमरान शेरू नाम से जाना जाता है। जेसीपी ने कहा कि हमें पता चला कि भाटुक रिक्शा चालक के तौर पर काम करने के अलावा मालेगांव में एक रेत खनन कंपनी के साथ काम करता था और मालेगांव के मोहनबाबा नगर में रह रहा था जो मुस्लिम बहुल झुग्गी बस्ती है। इस सूचना के आधार पर हम उसे गिरफ्तार करने में सफल रहे। आगे कार्रवाई के लिए उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंपा जाएगा। मामले में चार से पांच आरोपी अब भी फरार हैं। सलीम पानवाला, रफीक भाटुक, शौकत लालू और कुछ अन्य को अभी नहीं पकड़ा जा सका है।’