कोलकाता. दार्जिलिंग में अनिश्चितकालीन बंद का आज ग्यारहवां दिन है। ग्यारहवें दिन भी दार्जिलिंग में हालात सामान्य नहीं हुए हैं। दार्जिलिंग में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के बुलाए बंद और हिंसा की घटनाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है।
गुरुवार को बुलाई इस बैठक में कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों ने शामिल होने से इनकार कर दिया है। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने पहले ही इस बैठक के बहिष्कार की घोषणा कर दी है। जीजेएम ने ऐलान किया है कि सरकार जब तक वहां से फोर्स को नहीं हटाती तब तक अनिश्चितकालीन बंद जारी रहेगा। जीजेएम का आरोप है कि सरकार ने सूचना के अधिकार को बाधित किया है।
राज्य सरकार ने पहाड़ी क्षेत्र में इंटरनेट सेवाओं को 1 सप्ताह के लिए बाधित कर दिया है। सरकार पहाड़ों में बुलाए बंद के दौरान सरकारी दफ्तरों से अनुपस्थित रहने वालों की सैलरी काटने की योजना बना रही है।
बुधवार को गोरखालैंड के समर्थकों ने दिल्ली में बंगाल भवन के सामने प्रदर्शन किया। दार्जिलिंग में भी गोरखालैंड की मांग को लेकर रैली निकाली गई। दार्जिलिंग में दुकानें बंद रहीं और बहुत कम वाहन ही सड़कों पर नजर आए।