तेज प्रताप यादव ने एक पोस्टकार्ड पर चंद लाइनें लिखकर राष्ट्रपति से अपने पिता लालू यादव की सजा माफ करने की मांग की है। उन्होंने इससे पहले सोशल मीडिया पर भी एक कैंपेन चलाया है, जिसमें लालू को सजा माफी और उनकी रिहाई की मांग की गई है। एम्स में इलाजरत लालू प्रसाद की हालत चिंताजनक बतायी जा रही है। इसी को देखते हुए तेजप्रताप उनकी रिहाई की मांग कर रहे हैं।
तेज प्रताप ने अपने पत्र में ‘आदरणीय श्री लालू प्रसाद जी की जगह ‘आपरणीय श्री लालु प्रसाद जी’ लिख दिया है। साथ ही सिर्फ लालू ही नहीं एक वाक्य में कई गलतियां लिखी हैं.। जैसे- ‘मसीहा’ को ‘मसिहा’ लिख दिया है। इसी तरह ‘मूल्य’ को ‘मुल्य’, ‘गरीबों’ को ‘गरीवों’, और ‘वंचित’ को ‘बंचित’ लिखा है।
तेज की ‘तेज’ गलतियां
तेज प्रताप यादव ने अपने आजादी पत्र में इतनी ही गलतियां नहीं की हैं। उन्होंने आगे भी कई शब्द अशुद्ध लिखा है। इस पत्र पर जहां राजद नेता और कार्यकर्ता उनकी इस मुहिम की सराहना कर रहे हैं। वहीं उनकी गलतियों के लिए विपक्षी दलों के नेता उनका मजाक उड़ा रहे हैं। तेज प्रताप यादव 11वीं तक पढ़े हैं और 12वीं में फेल होने के बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी थी।
वायरल हो रहा खत
तेज प्रताप यादव ने जो पत्र लिखा है उसके मीडिया में वायरल होने के बाद उसपर एक नयी बहस शुरू हो गयी है। इससे पहले जब बिहार के राज्यपाल के तौर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शपथ ग्रहण के दौरान अशुद्ध उच्चारण के लिए तेज प्रताप को टोका था और अब आजादी पत्र नाम से भेजे गये पार्स्ट कार्ड में प्रताप ने अपने पिता का नाम भी अशुद्ध लिखा है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार तेज प्रताप और उनकी बहन रोहिणी आचार्य ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर पिता लालू प्रसाद की रिहाई की मांग की है। दोनों ने समर्थकों से भी अपील की है कि सभी लालू प्रसाद यादव की रिहाई की मांग के लिए राष्ट्रपति को पत्र लिखें।