-निधि
काबुल एयरपोर्ट पर बम धमाके की खबर में लोगों के घायल होने की खबर मिली है। एएनआइ ने जॉन किर्बी (अमेरिका के सार्वजनिक मामलों के रक्षा सचिव) के अनुसार बताया कि धमाका एयरपोर्ट के बाहर हुआ। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि इसमें आतंकी संगठन इस्लामिक एस्टेट का हाथ है। फिलहाल घायलों की संख्या स्पष्ट नहीं है।
ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, ब्रिटेन सहित कई देशों ने अलर्ट जारी किया था। लोगों से एयरपोर्ट के आसपास ना जाने की विनती की गई थी। ब्रिटेन सरकार ने भी दावा किया था कि इस्लामिक एस्टेट हवाई अड्डे को निशाना बना सकते है। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने भी लोगों को सतर्क किया था।
काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास ने अलर्ट जारी करते हुए नागरिकों की यात्रा टालने का अनुरोध किया था। ऑस्ट्रेलिया ने भी लोगों को सतर्क करते हुए एयरपोर्ट से दूर रहने की सलाह दी थी।
ब्रिटेन के सशस्त्र बलों के मंत्री जेम्स हैपी ने बताया कि काबुल एयरपोर्ट पर आतंकी हमलों को लेकर रिपोर्ट आई है। उन्होंने भी आइएस को ही जिम्मेदार ठहराया। डेनमार्क और नीदरलैंड्स की ओर से कहा गया था कि काबुल से उड़ाने संचालित करना खतरे से खाली नहीं है।
हवाई अड्डे की सुरक्षा फिलहाल अमेरिकी सैनिकों के हाथों में है। एयरपोर्ट पर अमेरिका के 5800 सैनिक मौजूद है। नाटो के राजनयिक और तालिबानी नेताओं की ओर से भी काबुल एयरपोर्ट के इलाके में आइएस की तरफ से हमले का खतरा बताया गया था। इसी तरह के हमलों की आगे भी आशंका जताई जा रही है।