धमतरी : अभिनेता अक्षय कुमार की ‘टॉयलेट : एक प्रेमकथा’ भले ही 11 अगस्त को रिलीज होने वाली हो, मगर धमतरी में टॉयलेट को लेकर पति-पत्नी के रिश्तों में आ रही खटास स्वच्छ भारत अभियान की वास्तविकताओं की पोल खोल रही है। यहां पिछले दो सालों से पति-पत्नी मिलकर अपने घर में शौचालय बनाने के लिए पंचायत से लेकर जिला प्रशासन तक लगातार मांग कर रहे हैं।
सरकारी आवेदन और सुनवाई नहीं होने से खफा पत्नी अपने दुधमुंहे बच्चे और पति के साथ सोमवार को धमतरी कलेक्ट्रेट पहुंची। कलेक्टर नहीं मिले तो जिला पंचायत सीईओ को अपनी दास्तान सुनाई और शीघ्र की शौचालय बनाने की गुजारिश भी की। पूरा मामला धमतरी जिले के अंतर्गत आने वाले नवागांव का है।
नवागांव में निवासरत मुकेश साहू और उनकी पत्नी उमेश्वरी साहू की शादी को चार साल हो गए हैं। मुकेश साहू रोजी-मजदूरी कर अपना जीवनयापन करता है। वहीं शादी के बाद से ही पति से शौचालय की विनती कर रही उमेश्वरी अब जिद पर आ गई है।
उसने साफ कर दिया है कि यदि घर में शौचालय नहीं बना तो वह ससुराल छोड़ मायके चली जाएगी। घर में शौचालय नहीं होने के कारण रोज खेत में जाना पड़ रहा है और आए दिन उनके बीच विवाद हो रहा है।
उमेश्वरी का कहना है, “दो वर्ष हो गए, हमने पंचायत से लेकर जिला प्रशासन तक गुहार लगाई, पर अब तक शौचालय की सौगात नहीं मिल पाई है। सरकार भले ही घर-घर शौचालय बनाने का ढिंढोरा पीट रही है, पर हमारे मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब शौचालय के चलते पति-पत्नी के रिश्तों में खटास आ गई है।”
उमेश्वरी के पति मुकेश साहू का कहना है कि वह काफी गरीब परिवार से है। रोजी-मजदूरी कर घर का खर्चा चलाता है। उसकी आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं है कि वह शौचालय बना सके। लिहाजा, वह पंचायत और जिला प्रशासन से मदद मांग रहा है। ऐसा नहीं है कि मुकेश साहू के घर शौचालय नहीं है। पर वह अपने पिता से अलग होकर, दूसरे मकान में रहता है। दोनों परिवारों का चूल्हा अलग है।
मुकेश का कहना है कि घर में बने शौचालय का उपयोग उनके पिता व उनके साथ रह रहे लोग कर रहे हैं। उनके द्वारा किए उपयोग किए जाने पर तनाव की स्थिति बनती है।
पूरे मामले में जिला पंचायत सीईओ विनीत नंदनवार का कहना है, “नवागांव के साहू दंपति ने शौचालय निर्माण की मांग की है। मुकेश के घर किन कारणों से शौचालय नहीं बन पाया, इसकी अधिकारियों से परीक्षण करने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।”