नई दिल्ली : आतंकी संगठन ISIS की हैवानियत से आज पूरी दुनिया में दहशत है. पूरी दुनिया को दहशत में कायम करने वाले इस आतंकी संगठन के सरगना बगदादी से उसके अपने कमांडर भी बेहद खौफ खाते हैं. इस बात का खुलासा तब हुआ जब हैदराबाद मॉड्यूल से NIA के अफसरों ने पूछताछ की. आतंकियों ने बताया है कि उन्होंने इस्लामिक स्टेट के खलीफा बगदादी के शपथ पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं जिसके मुताबिक उन्हें बगदादी का हर आदेश मानना होगा.
नेशनल इंवेस्टिगेटिव एजेंसी यानि NIA के हाथ तब बड़ी कामयाबी हाथ लगी थी जब उसने हैदराबाद में आतंकी संगठन IS के एक ग्रुप की बड़ी साज़िश को नाकाम कर दिया. ये संदिग्ध हैदराबाद में अलग-अलग जगहों पर धमाके करने की तैयारी कर चुके थे. पांच लोगों की गिरफ्तारी की गयी जिन पर इस्लामिक स्टेट से जुड़े होने का शक था.
सीरिया में बैठे बगदादी के हैंडलर सफी आरमार के कहने पर बाया नाम के शपथपत्र को पांचों आतंकियों ने साइन किया था. शपथपत्र पर दस्तखत करने का मतलब है कि अब खलीफा यानी बगदादी के हर आदेश को उन्हें मानना होगा.
पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि हैदराबाद में हमले करने के बाद ग्रुप के लीडर और मास्टरमाइंड इब्राहिम याज़दानी का इरादा सीरिया जाने का था याजदानी अपनी पत्नी, बेटे और भाई इलियास यज़दानी के साथ सीरिया जाने की पूरी प्लानिंग कर चुका था. पत्नी को उसने ये कहकर राज़ी किया कि वहां जन्नत है और वहां के लोग हमें समझते हैं.
NIA के सूत्रों ने ये भी बताया है कि किस तरह इब्राहिम यज़दानी और उसके साथियों ने हैदराबाद पर हमले का साज़िश रची और किस तरह वो आतंकी संगठन ISIS में शामिल हुआ.
अपने खतरनाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए इब्राहिम यज़दानी पत्नी के ज़ेवर बेचकर हथियार खरीदने अजमेर गया पर उसे हथियार मिले नहीं. 2 बार वो सऊदी अरब भी गया जहां उसकी मुलाकात सुहेब अल अबूदी से हुई. अबूदी से मिलने के बाद ही वो ISIS में शामिल हुआ.
गौर हो कि 29 जून को NIA ने हैदराबाद से ग्रुप लीडर इब्राहिम याज़दानी को उसके पांच साथियों के साथ गिरफ्तार किया था.