नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बीच आज मुलाकात हुई। इस मुलाकात के बाद शीला दीक्षित को कांग्रेस में कोई बड़ी जिम्मेवारी सौंपे जाने की खबरें तेज हो गईं हैं।
कमलनाथ के इस्तीफे के बाद पंजाब प्रदेश कांग्रेस का महासचिव पद रिक्त हो गया है। यह पद प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रभारी का था। माना जा रहा है कि यह पद शीला दीक्षित को सौंपा जा सकता है। पंजाब और उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है। चर्चा है कि शीला दीक्षित को कांग्रेस उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में पेश कर सकती है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शीला दीक्षित को पंजाब चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। शीला दीक्षित पंजाब मूल की है और उन्हें कांग्रेस में काफी पसंद किया जाता है। उन्हें एक अच्छा प्रशासक भी माना जाता है।
गौरतलब है कि कांग्रेस के चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने प्रदेश कांग्रेस में बड़े फेरबदल के सुझाव दिए थे। इस सुझाव को स्वीकार करते हुए पार्टी हाईकमान ने मधुसुदन मिस्त्री की जगह गुलाम नबी आजाद को उत्तर प्रदेश में प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रभारी नियुक्त किया है। इसके बाद से अटकले तेज हैं कि निर्मल खत्री की जगह एक नए और युवा चेहरे को कांग्रेस अध्यक्ष की कमान मिल सकती है।