आइजोल। मिजोरम के मुख्यमंत्री लाल थनहावला ने मंत्री बुद्ध धन चकमा के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है जो चकमा लोगों के साथ भेदभाव की आलोचना करते रहे हैं। मुख्यमंत्री ने चकमा का इस्तीफा स्वीकार करते हुए कहा कि उनकी सरकार आदिवासियों के खिलाफ भेदभाव नहीं करती है।
रेशम उत्पादन और मत्स्य पालन राज्य मंत्री रहे चकमा ने राज्य के कोटे से चकमा आदिवासी छात्रों को मेडिकल सीट देने से इनकार करने के विरोध में इस सप्ताह की शुरुआत में पद से इस्तीफा दे दिया था।
लाल थनहावला ने बुधवार शाम मीडिया को बताया कि मिजोरम में कांग्रेस सरकार ने कभी भी चकमा आदिवासियों या राज्य के किसी भी असली मूल निवासी के खिलाफ भेदभाव नहीं किया।
उन्होंने कहा, लेकिन हमारी सरकार बाहर से आने वाले अवैध प्रवासियों, चाहे वे चकमा हो या किसी अन्य समदाय के हों, के खिलाफ है, जो पड़ोसी राज्यों व देशों से आकर राज्य में बस गए और यहां के मूल नागरिकों के बराबर अधिकारों व स्थिति का लाभ पाना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, मुझे पता नहीं है कि कुछ मिजो एनजीओ चकमा लोगों संग भेदभाव करने के लिए सक्रिय हैं या नहीं। हमारी सरकार मिजोरम के असली मूल नागरिकों को समान सुविधाएं दे रही है।
रेशम उत्पादन और मत्स्य पालन राज्य मंत्री रहे चकमा ने राज्य के कोटे से चकमा आदिवासी छात्रों को मेडिकल सीट देने से इनकार करने के विरोध में इस सप्ताह की शुरुआत में पद से इस्तीफा दे दिया था।
लाल थनहावला ने बुधवार शाम मीडिया को बताया कि मिजोरम में कांग्रेस सरकार ने कभी भी चकमा आदिवासियों या राज्य के किसी भी असली मूल निवासी के खिलाफ भेदभाव नहीं किया।
उन्होंने कहा, लेकिन हमारी सरकार बाहर से आने वाले अवैध प्रवासियों, चाहे वे चकमा हो या किसी अन्य समदाय के हों, के खिलाफ है, जो पड़ोसी राज्यों व देशों से आकर राज्य में बस गए और यहां के मूल नागरिकों के बराबर अधिकारों व स्थिति का लाभ पाना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, मुझे पता नहीं है कि कुछ मिजो एनजीओ चकमा लोगों संग भेदभाव करने के लिए सक्रिय हैं या नहीं। हमारी सरकार मिजोरम के असली मूल नागरिकों को समान सुविधाएं दे रही है।