नई दिल्ली : देश के बड़े उद्यम साइबर हमलों के कारण औसतन 1.02 करोड़ डॉलर का नुकसान झेलते हैं, जबकि मध्यम आकार के उद्यमों को सालाना 11,000 डॉलर का नुकसान होता है। माइक्रोसॉफ्ट द्वारा किए गए अध्ययन में बुधवार को यह जानकारी सामने आई है।
माइक्रोसॉफ्ट की तरफ से फ्रॉस्ट एंड सुलीवेन द्वारा किए गए अध्ययन से यह खुलासा हुआ है कि साइबर सुरक्षा हमलों के परिणामस्वरूप साइबर हमलों के शिकार संस्थानों में विभिन्न विभागों में नौकरियों में कटौती दर्ज की गई जो पांच में तीन से अधिक (64 फीसदी) था।
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के समूह प्रमुख और अस्टिटेंट जनरल कौसिंल (कॉर्पोरेट, बाहरी और कानूनी मामले) केशव धाकड़ ने कहा, परंपरागत आईटी सीमाएं गायब होने के साथ, विरोधियों के पास अब हमले के लिए कई नए लक्ष्य हैं। ये कंपनियों को वित्तीय नुकसान पहुंचाने के साथ ही ग्राहक संतुष्टि और बाजार प्रतिष्ठा को भी नुकसान पहुंचाती हैं। इस साल के कई हाई प्रोफाइल मामलों में ऐसा देखा गया है।
अंडरस्टैंडिंग द साइबरसिक्युरिटी थ्रेट लैंडस्केप इन एशिया पैशिफिक : सिक्योरिंग द मार्डन एंटरप्राइजेज इन ए डिजिटल वर्ल्ड शीर्षक अध्ययन में 1,300 कारोबारों और आईटी डिसिजन मेकर्स का अध्ययन किया गया।
शोध के निष्कर्षो में बताया गया, भारत में पांच में से तीन उद्यमों में या तो साइबर सुरक्षा घटना का अनुभव किया (30 फीसदी) या उन्होंने स्वीकार किया कि इस घटना की उन्होंने सही तरीके से फोरेंसिक जांच या डेटा ब्रीच आकलन (32 फीसदी) नहीं करवाया।