Rajpath Desk : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए देशवासियों को संबोधित कर रहे हैं। ‘मन की बात’ का यह 66वां एपिसोड हैं। आकाशवाणी से मन की बात के प्रसारण के तुरंत बाद इस कार्यक्रम का क्षेत्रीय भाषाओं में प्रसारण किया जाएगा, जिसे रात 8 बजे फिर से सुना जा सकता है। देश में जारी कोरोना वायरस की महामारी के बीच पीएम मोदी का यह चौथा संबोधन हैं।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस की महामारी के बीच भारत अपने पड़ोसियों की चुनौतियों से भी निपट रहा हैI भारत पर बुरी नजर डालने वालों को करारा जवाब मिल रहा है। इसके साथ ही पीएम ने लोगों से एक बार फिर लोगों से सामाजिक दूरी का पालन करने और मास्क पहनने की अपील की।
उन्होंने ने कहा कि कोरोना के संकट काल में देश लॉकडाउन से बाहर निकल आया है। अब हम अनलॉक के दौर में हैं। अनलॉक के इस समय में दो बातों का बहुत ध्यान रखना होगा है। कोरोना को हराना और अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना है। इस बात को हमेशा याद रखिए कि अगर आप मास्क नहीं पहनते हैं या दो गज की दूरी का पालन नहीं करते हैं, तो आप अपने साथ-साथ दूसरों को भी जोखिम में डाल रहे हैं।
साथ ही कहा कि भारत का संकल्प है- भारत के स्वाभिमान और संप्रभुता की रक्षा। भारत का लक्ष्य है- आत्मनिर्भर भारत। भारत की परंपरा है- भरोसा और मित्रता। भारत का भाव है- बंधुता। हम इन्हीं आदर्शों के साथ आगे बढ़ते रहेंगे।
आगे उन्होंने कहा कि लद्दाख में हमारे जो वीर जवान शहीद हुए हैं, उनके शौर्य को पूरा देश नमन कर रहा है। पूरा देश उनका कृतज्ञ है। इन साथियों के परिवारों की तरह ही हर भारतीय इन्हें खोने का दर्द भी अनुभव कर रहा है। लद्दाख में भारत की भूमि पर आंख उठाकर देखने वालों को करारा जवाब मिला है। भारत, मित्रता निभाना जानता है, तो आंख में आंख डालकर देखना और उचित जवाब देना भी जानता है।
इसी साल देश नये लक्ष्यों को प्राप्त करेगा, नई उड़ान भरेगा, नई ऊंचाइयों को छुएगा। मुझे, 130 करोड़ देशवासियों की शक्ति पर पूरा विश्वास है। सैकड़ों सालों तक अलग-अलग आक्रांताओं ने भारत पर हमला किया, लोगों को लगता था कि भारत की संरचना ही नष्ट हो जाएगी, लेकिन इन संकटों से भारत और भी भव्य होकर सामने आया।