कोलकाता : पंखा निर्माताओं ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने जीएसटी परिषद से पंखा पर जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) 18 फीसदी से घटाकर 12 फीसदी करने की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने केंद्र सरकार से पंखा को लग्जरी वस्तुओं की सूची से बाहर रखने की मांग की है।
इंडियन फैन मैनुफैक्चर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अतुल जैन ने यहां 18वीं आमसभा से इतर बताया, एसोसिएशन ने जीएसटी परिषद से इलेक्ट्रिक पंखों पर जीएसटी की दर 18 फीसदी से घटाकर 12 फीसदी करने की मांग की है।
उन्होंने कहा, पहले तो इस पर 28 फीसदी जीएसटी लगा था। पंखे भारत जैसे उष्णकटिबंधी जलवायु वाले देश में बुनियादी जरूरत हैं, चाहे कोई शहर में रह रहा हो या गांव में। इसे एयरकंडीशनर के साथ लग्जरी श्रेणी में नहीं रखना चाहिए।
पंखा निर्माताओं ने जीएसटी परिषद से गुजारिश की है कि उनके आवेदन को फिटमेंट समिति को भेजा जाए, ताकि वह इस पर विचार कर सके।
पंखा निर्माताओं ने कहा कि ऑनलाइन रिटर्न दाखिल करते हुए उन्हें अभी भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
वित्त वर्ष 2017-18 में संगठित क्षेत्र द्वारा 5.44 करोड़ पंखों का उत्पादन किया गया, जोकि पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 4.19 फीसदी अधिक है, जबकि असंगठित क्षेत्र द्वारा कुल 2 करोड़ पंखों का उत्पादन किया गया।