नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को विपक्ष के गठबंधन पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि ईवीएम पर सवाल उठाकर वे 2019 के लोकसभा चुनाव में अपनी अवश्यंभावी पराजय का बहाना बनाने लगे हैं। महाराष्ट्र के हटकांगले, कोल्हापुर, माढ़ा, सतारा और गोवा के दक्षिण गोवा लोकसभा संसदीय क्षेत्र के बूथ स्तर के भाजपा कार्यकर्ताओं से संवाद के दौरान प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर हमला किया।
मोदी ने कहा, वे अब अपनी अपरिहार्य पराजय के लिए बहाना ढूढ़ने लगे हैं। ईवीएम को खलनायक बनाया जा रहा है।दरअसल, विपक्ष ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को हटाकर वापस मतपत्र के जरिए चुनाव कराने की मांग की है।
कोलकाता के ऐतिहासिक ब्रिगेट परेड मैदान में शनिवार को एक रैली में जुटे कांग्रेस समेत 23 विपक्षी दलों के कुछ नेताओं ने मीडिया से बातचीत के दौरान चुनाव प्रक्रिया से ईवीएम को हटाने की मांग की।
विपक्षी दलों ने इस मसले को लेकर चार सदस्यीय समिति का गठन करने का भी फैसला किया, जिसमें समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, बहुजन समाज पार्टी के सतीश चंद्र मिश्र, कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी और आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल शामिल हैं।
विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए मोदी ने कहा कि उनको संवैधानिक संस्थाओं पर भरोसा नहीं है, इसीलिए वे इन संस्थाओं को बदनाम करने में जुटे हैं। उन्होंने कहा, जाहिर है कि हर राजनीतिक दल चुनाव जीतना चाहता है, लेकिन बड़ी चिंता यह है कि वे जनता की अहमियत नहीं समझते हैं। वे समझते हैं कि जनता मूर्ख है। यह खतरनाक चाल है और चिंता की बात है।
उन्होंने कहा, वह संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम करने को लेकर भी नहीं सोचते हैं। उनको संस्थानाओं पर विश्वास नहीं है। काफी समय से उन्होंने देश को बर्बाद किया है और आज वे संस्थानों को बदनाम करने में जुटे हैं। दूसरी तरफ, विपक्षी दलों का आरोप है कि मोदी सरकार ने सीबीआई, आरबीआई, सीवीसी जैसे संस्थानों और अन्य संवैधानिक निकायों को बर्बाद किया है।