चेन्नई :तमिलनाडु में वेतन संबंधी मुद्दे को लेकर चालीस से अधिक श्रमिक संघों की अनिश्चितकालीन हड़ताल की वजह से शुक्रवार सुबह से ही सड़कों से सरकारी बस नदारद हैं जिस वजह से यहां लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है।
बकाया वेतन और सेवानिवृत्त कर्मचारियों को लाभ दिए जाने (सेटलमेंट ऑफ बेनिफिट) के मुद्दे पर परिवहन मंत्री एम.आर. विजयभास्कर और संबंधित ट्रेड यूनियनों के बीच कई वार्ताओं के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला जिसके बाद यूनियन ने अनिश्चिकालिन हड़ताल का आह्वान किया।
हालांकि, सत्तारूढ़ अखिल भारतीय अन्ना द्रमुक मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) से संबद्ध ट्रेड यूनियन हड़ताल में शामिल नहीं हैं और इन्होंने कुछ बसों को चलाया है।
परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यात्रियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए निजी बसों की मदद ली गई है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने निजी बस के चालकों और कंडक्टरों को सरकारी बस चलाने देने की व्यवस्था की है।
अधिकारियों ने चेन्नई में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है और बस डिपो के आसपास लगभग 20,000 पुलिस बलों को तैनात किया गया है। पुलिस ने कहा है कि जो भी बस सेवा को बाधित करने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।